पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि ने जेल के दौरान के अपने अनुभवों पर सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर इस बात पर हैरत जताई कि पर्यावरण के बारे में सोचना कब से अपराध हो गया। उन्होंने कहा कि उनकी स्वायत्तता का उल्लंघन किया गया और उन्हें टीआरपी चाहने वाले न्यूज चैनलों ने दोषी करार दिया।
अपनी गिरफ्तारी और फरवरी में पुलिस और न्यायिक हिरासत में बिताए समय पर दिशा ने लिखा है कि गिरफ्तारी के वक्त मेरी स्वायत्तता का उल्लंघन किया गया और मेरी तस्वीरें हर कहीं प्रसारित की गईं। मुझे कोर्ट ने नहीं, टीआरपी चाहने वाले न्यूज चैनलों ने दोषी करार दिया।
उन्होंने उनकी सहायता करने के लिए लोगों का आभार जताया जो स्वत: उनके केस को लड़ने के लिए आगे आए। रवि ने कहा कि उनके लिए बीते कुछ दिन काफी दर्द भरे रहे। लेकिन उनका क्या जो अभी भी जेल में हैं और जिन्हें सहायता नहीं मिली।
न्यूज चैनलों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने लिखा कि उन गरीबों का क्या जिनकी कहानी बिकने वाली नहीं है, आपके स्क्रीन के लायक नहीं है?