पंजाब में अंतिम चरण में एक जून को लोकसभा चुनाव के लिए 62.80 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान के बाद आए एग्जिट पोल में पंजाब में भाजपा को 2 से 4 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इसी पर कांग्रेस और आप ने निशाना साधा।
लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम चार जून को आ जाएगा। इससे पहले मतदान के ठीक बाद आए एग्जिट पोल में पंजाब में भाजपा को बढ़त बताई गई। कांग्रेस और आप ने इन एग्जिट पोल को सिरे से नकार दिया है। वहीं भाजपा का कहना है कि पार्टी एग्जिट पोल से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी।
कांग्रेस
पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि एग्जिट पोल हर जगह ही भाजपा की जीत दिखाता है, लेकिन ऐसा होता नहीं है। कई बार ऐसा भी हुआ है कि एग्जिट पोल के दावों के उलट कांग्रेस ने राज्यों में अपनी सरकार बनाई है। वड़िंग ने कहा कि ये भाजपा को भी पंजाब में 2 से 4 सीटें लेने का दावा कर रहा है, जबकि सबको पता है कि ऐसा नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि 4 जून को कांग्रेस केंद्र के साथ ही प्रदेश में भी बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी।
कांग्रेस सांसद व अमृतसर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला ने बताया कि एग्जिट पोल मायने नहीं रखता है। सभी प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है और अब 4 जून को नतीजे सबके सामने होंगे। इससे पहले भी कई बार राज्यों में भी एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार दिखाई गई थी, जबकि हुआ उससे बिल्कुल उलट और कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई।
आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रवक्ता और आनंदपुर साहिब से प्रत्याशी मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि एग्जिट पोल भरोसे लायक नहीं है। 2022 विधानसभा चुनाव में भी हमें कोई 90 से ऊपर सीटें नहीं दे रहा था, लेकिन बावजूद इसके सभी ने रिजल्ट देखा। आप पंजाब में सभी 13 सीटें जीतेगी। इसी तरह देश में भी इस बार इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। देश में महंगाई व बेरोजगारी इसका प्रमुख कारण है तो फिर भाजपा चुनाव में कैसे जीत सकती है।
भाजपा
पंजाब भाजपा उपाध्यक्ष व आनंदपुर साहिब से पार्टी प्रत्याशी सुभाष शर्मा ने कहा कि एग्जिट पोल में जो दिखाया जा रहा है, भाजपा उससे भी बेहतर प्रदर्शन पंजाब में करेगी। उन्होंने कहा कि लोगों का बहुत अच्छा रिस्पॉन्स उनको मिला है, इसलिए वह प्रदेश में इस बार अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेंगे।
अकाली दल
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। चुनावों के नतीजे हमेशा ही इससे उलट रहे हैं। शिअद का पंजाब में इस बार बेहतरीन प्रदर्शन रहेगा। दूसरी पार्टियों से लोग परेशान हैं, इसलिए वह क्षेत्रीय पार्टी को ही इस बार मौका देंगे।