सदर थाना पुलिस ने इस मामले में गांव के बलवान और उसके दो बेटों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।
हरियाणा के हिसार में पंचायत में हुई पिटाई से आहत होकर मात्रश्याम निवासी 36 वर्षीय महेंद्र ने जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या कर ली।
मात्रश्याम निवासी कौशल्या ने पुलिस को बयान में बताया कि मेरा 15 साल का एक लड़का है। मेरा पति महेंद्र खेती करता था। मेरे ही परिवार के राजसिंह और उसके भाई बलवान का आपस में जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद था, जिसे लेकर कई बार पंचायत भी हुई थी। मेरा पति राजसिंह की तरफ से पंचायत में जाता था।
इस मामले में 15 मई को भी पंचायत हुई थी। उसमें मेरे पति के साथ उसी जमीन के फैसले की बातचीत चल रही थी। इसी बीच बलवान और उसके बेटे मनोज व गौतम ने पंचायत में ही महेंद्र को लात-घूसों से पीटा। वे बार-बार उसे परेशान करते थे। वे उसे धमकी देते थे कि तू राजसिंह की मदद क्यों कर रहा है, हम तुझे देख लेंगे।
इस कारण से महेंद्र डरा हुआ व परेशान रहता था। मेरे पति ने 23 मई को राणा नहर पुल के पास जाकर जहरीला पदार्थ पी लिया। उस एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां शाम को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शुक्रवार को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में शव का पोस्टमार्टम करवाया।