नेतृत्व में बदलाव की मांग के बीच कांग्रेस से सस्पेंड पार्टी प्रवक्ता संजय झा ने मांग की है कि गैर गांधी परिवार से कोई कांग्रेस अध्यक्ष बने. संजय झा ने रविवार को कहा कि यह एक गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष की संभावना तलाशने का समय है. संजय झा ने यह बात ऐसे समय कही है जब कांग्रेस कार्यसमिति की सोमवार से बैठक होने वाली है.
मीडिया से बातचीत में कांग्रेस पार्टी के निलंबित नेता संजय झा ने दावा किया है कि एक पत्र 10 जनपथ भेजा गया है जिसमें पार्टी संगठन में पूरी तरह से बदलाव की मांग की गई है. इस पत्र पर 300 नेताओं ने हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार को चुनौती देने में पार्टी की विफलता से चिंतित नेताओं ने पार्टी में बदलाव के लिए सामूहिक प्रयास करना शुरू कर दिया है.
बहरहाल, कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व को लेकर एक चिंता देखी जा रही है. कांग्रेस पार्टी की कार्यसमिति की बैठक से पहले ही नेताओं के एक तबके ने 10 जनपथ को पत्र लिखकर पार्टी मामलों के प्रबंधन के लिए एक पूर्णकालिक अध्यक्ष और एक संसदीय बोर्ड की मांग की है. 10 जनपथ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का आवास है.
संजय झा ने ट्वीट किया, ‘पत्र पर देशभर के 300 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के हस्ताक्षर हैं जिनमें सभी क्षेत्रों और राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता शामिल हैं. जबकि 23 नेताओं के पत्र लिखने की बात पहले से ही सार्वजनिक है. किसी प्रकार का भटकाव न हो इसलिए पत्र लिखने वाले बाकी नेताओं के नाम उजागर नहीं किए गए हैं.’
बहरहाल, मीडिया से बात करते हुए संजय झा ने कहा कि एक गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष की संभावना तलाशने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि पत्र पर देशभर के कांग्रेस नेताओं ने लिखा जिनमें युवा और पुराने नेता शामिल है. संजय झा ने कहा कि ये ऐसे नेता हैं जो चाहते हैं कि पार्टी मोदी सरकार और इसके जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मैदान में उतरे. उन्होंने कहा कि इस बात की चिंता बढ़ रही है कि कांग्रेस मोदी की बीजेपी को चुनौती देने में विफल रही है और हमें पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष की आवश्यकता है.
संजय झा ने कहा कि यह एक मिथक है कि अगर कोई गैर गांधी पार्टी चलाता है तो पार्टी बिखर जाएगी. संजय झा ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें गैर गांधी पार्टी अध्यक्ष के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं होगी. उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार को लेकर कोई गंभीर आत्मनिरीक्षण नहीं हुआ है.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि यह पत्र राहुल गांधी का नेतृत्व भोथरा करने के लिए एक नया षड्यंत्र है. जो षड्यंत्र बंद कमरों में रचा जाता था, वह एक पत्र में उभर कर आया है. इसका एक ही जवाब है, राहुल अध्यक्ष न बनने की जिद्द छोड़ें और राज्यों में कांग्रेस की ढहती दीवारों को बचाएं. कांग्रेस को सिर्फ वही बचा सकते हैं.