निकोबार द्वीप एक बार फिर भूकंप के झटकों से दहल गया। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह द्वीप पर 5.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए। शुरुआती जानकारी के अनुसार किसी भी तरह का कोई नुकसान होने की खबरें नहीं है।
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले 13 अप्रैल को भी निकोबार द्वीप समूह पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिनकी तीव्रता 4.44 थी। बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके कुछ देर तक महसूस किए गए। उससे पहले 8 अप्रैल को अंडमान द्वीप समूह में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.0 नापी गई थी। इससे पहले 1 अप्रैल को भी निकोबार द्वीप समूह पर 4.8 की तीव्रता का भूकंप आया था। 1 अप्रैल को भी अंडमान निकोबार द्वीप समूह में दो घंटे के अंदर मध्यम तीव्रता के साथ भूकंप के नौ झटके महसूस किए गए थे।
भूकंप से बचने के लिए अपनाएं यह तरीके
- यदि आप बिल्डिंग के निचले फ्लोर पर हैं तो सिर को ढककर जल्द से जल्द बाहर मैदान में आए।
- अगर ऊंची इमारतों में हैं तो सुरक्षित स्थान जैसे कोने, चौखट, या किसी मजबूत मेज या तख्त के नीचे सिर को ढकते हुए वहां पहुंचे और झटकों के रुकने का इंतजार करें।
- झटके समाप्त होने पर खुले मैदान में आने के बाद बिल्डिंग, पेड़, खंभे और बिजली के तार से दूर रहें। पास की बिल्डिंग से और दूर रहें।
- भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे।