लोकसभा चुनाव के लिए टिकटों के आवंटन के बाद से कुलदीप बिश्नोई पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। पहले भव्य बिश्नोई को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। इसके बाद लोकसभा में उनको टिकट भी नहीं दी गई। पिछले 25 दिनों के भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह के प्रचार में एक बार भी नहीं आए। भव्य बिश्नोई भी प्रचार से दूरी बनाए हैं।
हिसार लोकसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज चल रहे कुलदीप बिश्नोई से वीरवार सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी उनके आवास पर मिलने पहुंचे। यह मुलाकात दिल्ली में हुई है। इस दौरान उनके बेटे भव्य बिश्नोई भी मौजूद थे।
मुलाकात के बाद सीएम ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने नाश्ते पर बुलाया था। भाजपा एक परिवार है। कोई नाराज नहीं है। वहीं कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मेरी कोई नाराजगी नहीं है। हिसार में भाजपा भारी मतों से जीतेगी। हिसार लोकसभा सीट से भाजपा ने रणजीत चौटाला को उम्मीदवार बनाया गया है। कुलदीप भी लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे और वह टिकट मांग रहे थे। टिकट न मिलने पर उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर नाराजगी भी जाहिर की थी। वही कुलदीप ने हिसार में भाजपा के चुनाव प्रचार से दूरी भी बना ली थी।
इसके बाद सोशल मीडिया पर खबरें आने लगी थी कि कुलदीप बिश्नोई दोबारा से कांग्रेस में आ सकते हैं। हालांकि इन खबरों को कुलदीप बिश्नोई ने निराधार बताया था। कुलदीप ने एक्स पर लिखा था कि कांग्रेस में जाने की जो खबरें उनके बारे में चल रही हैं वह भ्रामक व निराधार हैं। मैंने संघ परिवार व भाजपा का साधारण कार्यकर्ता बनकर काम किया है। आगे भी संघ परिवार व भाजपा की मजबूती के लिए कार्य करता रहूंगा।