लुधियाना में नशे में धुत पंजाब पुलिस के अस्सिटेंट सब इंस्पेक्टर की लापरवाही की वजह से एक पुलिस मुलाजिम की जान चली गई। आरोपी एएसआई ने अपनी तेज रफ्तार कार से दो जवानों को रौंद दिया। हादसे में एक मुलाजिम की मौत हो गई।
लुधियाना में शनिवार रात दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना हुई है। हादसे में पंजाब पुलिस के एक मुलाजिम की मौत हो गई। वहीं, एक अन्य मुलाजिम गंभीर रूप से घायल हो गया। दरअसल सलेम टाबरी इलाके में रात के समय ड्यूटी पर तैनात पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) यूनिट के दो मुलाजिमों सड़क किनारे आइसक्रीम की दुकान के बाहर खड़े होकर आइसक्रीम खा रहे थे। तभी सामने से आई एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। आरोपी कार चालक भी पंजाब पुलिस में अस्सिटेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) है। घटना के बाद आरोपी एएसआई बलविंदर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार आरोपी एएसआई बलविंदर सिंह नशे में धुत था। उसकी गाड़ी की रफ्तार बहुत ज्यादा थी। नशे में होने की वजह से वह गाड़ी से कंट्रोल खो बैठा और सड़क किनारे आइसक्रीम खा रहे पीसीआर यूनिट के दोनों मुलाजिमों को अपनी तेज रफ्तार कार से टक्कर मार दी। वह उन्हें कार से करीब 15 मीटर तक घसीटता ले गया। इस हादसे में एक पुलिस जवान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे कर्मचारी का पैर फ्रैक्टर हुआ है।
मृतक की पहचान हेड कांस्टेबल आकाशदीप सिंह के रूप में हुई है, जबकि एएसआई सतनाम सिंह का डीएमसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले में थाना सलेम टाबरी पुलिस ने डिवीजन दो में तैनात एएसआई बलविंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के दौरान नशे में धुत आरोपी एएसआई ने लोगों के शोर मचाने और गाड़ी के आगे आने के बाद गाड़ी रोकी। लोगों ने आरोपी को काबू कर उसकी खूब पिटाई की। पुलिस के पहुंचने से पहले दोनों घायलों को इलाज के लिए पास के निजी अस्पताल पहुंचाया। जहां एक कर्मचारी को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है।
थाना सलेम टाबरी के एसएचओ इंस्पेक्टर जयदीप जाखड़ ने बताया कि आरोपी एएसआई बलविंदर सिंह थाना डिवीजन नंबर 2 में तैनात है। बीती रात करीब साढ़े 12 बजे वह जालंधर बाईपास से आ रहा था। हेड कांस्टेबल आकाशदीप व एएसआई पीसीआर पर सलेम टाबरी इलाके में आइसक्रीम की दुकान के बाहर खड़े थे। आरोपी ने नशे की हालत में उन्होंने दोनों पुलिसकर्मियों को टक्कर मार दी। आकाशदीप सिंह के पिता अर्जुन सिंह ने बताया कि वह तीन बच्चों का पिता है। बड़ा बेटा आकाशदीप सिंह रात ड्यूटी पर था। आरोपी ने कहा कि उसे पता ही नहीं चला कि हादसा कैसे हुआ।