पंजाब के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस के स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू को बुधवार रात राेहतक में चुनाव प्रचार के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। शहर में एक जगह उनकी सभा के दौरान एक महिला ने मंच की ओर चप्पल फेंक दी। चप्पल मंच के पास गिरी। इसके बाद सिद्धू के काफिले के रवाना होने के दौरान कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया। सिद्धू यहां कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र सिंह हुड्डा के पक्ष में प्रचार के लिए पहुंचे थे।
सिद्धू की सभा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बेहद लचर थी और पुलिस का प्रबंध बहुत ढीला था। यह घटना शहर के गांधी कैंप में हुई। नवजोत सिद्धू की गांधी कैंप में रात में जनसभा थी। वहां मंच बनाया गया था, लेकिन वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। इसी दौरान मंच की और किसी महिला ने सिद्धू की तरफ चप्पल फेंक दी। हालांकि चप्पल मंच पर नहीं पहुंची। इसी तरह जब सिद्धू का काफिला रवाना होने लगा तो कुछ भाजपाइयों ने नारेबाजी कर काले झंडे दिखाने का प्रयास किया। इस पूरे कार्यक्रम में पुलिस की लापरवाही खूब देखी गयी हुआ यूं कि नवजोत सिंह सिद्धू मंच पर संबोधन कर रहे थे। इसी दौरान पीछे एक मकान की छत से चप्पल फेंकी गई, जो मंच तक नहीं पहुंची। लेकिन, इस घटना से वहां हड़कंप मच गया। नवजोत सिंह सिद्धू के भाषण में लीन पुलिस कर्मी इसके बाद हरकत में आए। छत पर महिलाओं से पूछताछ भी की गई।
जिस महिला ने चप्पल फेंकी थी, वह प्रज्ञा ठाकुर को कांग्रेस सरकार के दौरान गिरफ्तार करने से नाराज थी। लेकिन, पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। सिद्धू के काफिले को काले झंडे दिखाने का प्रयास भी किया गया। लेकिन वहां भी पुलिस कर्मी नहीं दिखे। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता भी भिड़ गए थे, तब जाकर पुलिस कर्मी वहां पहुंचे। जनसभा के दौरान एक व्यक्ति ने पीएम मोदी के जयकारे लगाए तो सिद्धू ने उन पर कटाक्ष करते हुए अपना भाषण जारी रखा। इससे पहले सिद्धू ने रोहतक शहर के विभिन्न हिस्सों में रोड शो किया और सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने जुमलों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जमकर हमले किए। इससे अलावा उन्होंने सिरसा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर के लिए रोड शो किया।