मुजफ्फरपुर के निलंबित एसएसपी विवेक कुमार के खिलाफ विशेष सतर्कता इकाई की जांच लगातार चौथे दिन भी जारी रही. 16 अप्रैल को विवेक कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जो छापेमारी शुरू हुई थी, वह रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. अभी तक उनकी करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा हो चुका है.
दरअसल, बिहार सरकार को पिछले कुछ महीनों से एसएसपी विवेक कुमार के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी कि उनकी शराब माफिया के साथ सांठगांठ है और वह थानों को भी बेचा करते थे. सरकार को शिकायत मिली कि विवेक कुमार ने पिछले कुछ महीनों में करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है. जिसके बाद उनके खिलाफ विजिलेंस की जांच शुरू हुई.
दिलचस्प बात यह है कि मुजफ्फरपुर से जो जांच शुरू हुई थी, उसका दायरा फैलता गया. अब तक उनके गृह जनपद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, ससुराल मुजफ्फरनगर के अलावा नोएडा, कानपुर और दिल्ली में बिहार पुलिस की विजिलेंस टीम उनके कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है. वहां से उनकी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है.
गौरतलब है कि 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी विवेक कुमार ने अब तक अपनी कुल आमदनी 80 लाख रुपये दिखाई है, जिसमें से तकरीबन 47 लाख रुपये उन्होंने खर्च के रूप में दिखाया है. ऐसे में उनकी जमापूंजी केवल 33 लाख रुपये होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने अपनी बचत लगभग 1.06 करोड़ रुपये दिखाई है.
सरकार को सबसे पहले इस बात की जानकारी मिली कि विवेक कुमार की संपत्ति उनके आय के स्त्रोत से 3 गुना ज्यादा है. जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई. आपको बताते हैं कि अब तक की छापेमारी में विवेक कुमार की कितनी संपत्ति का खुलासा हुआ है.
पहला दिन: 16 अप्रैलविवेक कुमार के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम ने सबसे पहले उनके मुजफ्फरपुर स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी शुरू की जहां अब तक जांच चल रही है. पहले दिन की छापेमारी के बाद विजिलेंस को उनके आवास से 6.25 लाख रुपये नगद, 5.5 लाख रुपये के गहने, और 45 हजार रुपये के पुराने नोट बरामद हुए.
वहीं, विजिलेंस की टीम ने इस बात को लेकर भी खुलासा किया कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जहां विवेक कुमार की ससुराल है, वहां पर भी उन्होंने ससुराल वालों के नाम पर करोड़ों का निवेश किया है. विजिलेंस की टीम को 100 ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिससे खुलासा हुआ कि विवेक कुमार ने तकरीबन 2 करोड़ रुपये का फिक्स डिपाजिट अपने ससुराल वालों के नाम पर करा रखा है.
2 करोड़ रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट में, तकरीबन 22 लाख रुपये के 23 फिक्स डिपाजिट विवेक कुमार ने अपनी पत्नी निधि के नाम पर ही करा रखे हैं. इसके अलावा विवेक कुमार ने अपनी सास रानी बर्णवाल के नाम 3 लाख के 4 फिक्स डिपाजिट करा रखे हैं. साथ ही अपने ससुर वेद प्रकाश बर्णवाल और सास रानी बर्णवाल के नाम पर विवेक कुमार ने 47 लाख के 29 फिक्स्ड डिपाजिट करवा रखे हैं. विवेक कुमार ने ससुर वेद प्रकाश बर्णवाल और साले निखिल बर्णवाल के नाम पर 35 लाख के 27 फिक्स्ड डिपाजिट करा रखें हैं. वेद प्रकाश बर्णवाल के नाम पर अलग से 14 लाख रुपये के 5 फिक्स्ड डिपाजिट हैं. विवेक कुमार ने अपने साले निखिल और उनकी पत्नी शैली के नाम पर 47 लाख रुपये के फिक्स्ड डिपाजिट कराए हैं.
दूसरा दिन: 17 अप्रैलदूसरे दिन की छापेमारी में विजिलेंस की टीम को विवेक कुमार के सरकारी आवास से 3 अवैध हथियार मिले जिसमें से एक कार्बाइन और दो देसी कट्टा था. यह खुलासा होने के बाद उसी शाम विवेक कुमार को बिहार सरकार ने उन्हें उनके पद से निलंबित कर दिया और पुलिस मुख्यालय में योगदान देने का फरमान सुनाया.
इसी दिन मुजफ्फरनगर में विजिलेंस की टीम को विवेक कुमार के ससुराल से विजया बैंक लॉकर की 6 चाबियां मिली. जांच टीम को यह भी पता चला कि पिछले कुछ वक्त में विवेक कुमार ने अपने ससुराल वालों के साथ 100 बार कैश ट्रांजेक्शन किया है. सूत्रों के मुताबिक विवेक कुमार अपने ससुराल वालों के बैंक अकाउंट में पैसे डाल दिया करते थे और बाद में उसकी निकासी करते थे.
इसी दिन निगरानी टीम ने विवेक कुमार के निजी लैपटॉप को भी जप्त कर लिया. जिसमें उनकी काली कमाई का पूरा लेखा-जोखा था. इस लैपटॉप को खंगालने के बाद जांच टीम को उनकी अवैध संपत्ति कानपुर और नोएडा में भी होने का पता चला.
तीसरा दिन: 18 अप्रैल विजिलेंस टीम को विवेक कुमार के ससुराल वालों के पास से विजया बैंक लॉकर की छह चाबियां मिली थी उनमें से 2 लॉकर को खोला गया. इन दो लॉकर से विवेक कुमार के 2 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला. एक बैंक लॉकर से 1.65 करोड़ के फिक्स्ड डिपॉजिट के कागजात और 18 लाख के जेवरात मिले तो दूसरे बैंक लॉकर से 12 लाख कैश और 1.75 लाख के जेवरात बरामद हुए.
निगरानी की टीम को पता चला कि अप्रैल 2016 में मुजफ्फरपुर के एसएसपी के तौर पर पदभार संभालने के 7 महीने के बाद ही उन्होंने अपनी पत्नी निधि के नाम पर 22 लाख के 23 फिक्स डिपॉजिट करवाए थे. यह सभी फिक्स्ड डिपाजिट मुजफ्फरनगर के अंसारी रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में नवंबर 2016 में कराए गए थे. इसी दिन निगरानी विभाग को विवेक कुमार के सहारनपुर स्थित आवास से लाखों रुपये के साथ LIC की पॉलिसी भी मिली.
चौथा दिन: 19 अप्रैलविजिलेंस की जांच चौथे दिन भी जारी रही. मुजफ्फरनगर के Indian Overseas Bank के तीन अन्य लॉकर को खोला गया. जिसमें विजिलेंस यूनिट ने लाखों रुपये की नकदी बरामद की. विजिलेंस की टीम ने तीसरे लॉकर से 36 लाख, चौथे लॉकर से 45 लाख और पांचवें लॉकर से 35 लाख रुपये नगद बरामद किया. फिलहाल अभी एक और बैंक लॉकर का खुलना बाकी है. अब तक विवेक कुमार की जिस काली कमाई का पता चला है, वह कुल मिलाकर 5 करोड़ है.