जदयू ने बुधवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां के संयुक्त सत्र में अभिभाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति पर प्रश्न खड़ा किया है।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का सदन में नहीं रहना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि उनकी राजनीतिक दृष्टि और जिम्मेदारी दोनों पर गंभीर प्रश्न चिह्न खड़ा करता है। तेजस्वी यादव का पुराना ट्रैक रिकार्ड भी सदन की कार्यवाही और जिम्मेदारियों के उनकी लापरवाही की ओर इशारा करता है।
संसदीय प्रणाली में विपक्ष की भूमिका स्पष्ट रूप से निर्धारित है और उनके कंधों पर भी जनता की अपेक्षाओं तथा दायित्वों की गंभीर जिम्मेदारी होती है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष का लोकतांत्रिक मूल्यों और संसदीय मर्यादाओं के प्रति इतना गैर-जिम्मेदार आचरण स्वयं में अत्यंत चिंताजनक है।
तेजस्वी के परिवार की सुरक्षा में 160 पुलिसकर्मी
जदयू के विधान पार्षद और मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि सदन से तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति चिंता का विषय है। उनके परिवार की सुरक्षा के लिए 160 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, वे स्वयं सदन में दिखाई नहीं दे रहे। आखिर तेजस्वी यादव कहां हैं? यह जानने का हक सदन और जनता दोनों को है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का मंदिर बिना विपक्ष के नेता के सूना लगता है। सदन में पूछने पर कोई जवाब नहीं मिलता, सेंट्रल हाल में भी तेजस्वी यादव नजर नहीं आए।
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