भारत में गैर कानूनी तरीके से घुस आए बांग्लादेशी राजधानी दिल्ली और इससे सटे गुडग़ांव में सेक्स और नशे का रैकेट चला रहे हैं। इनकी सक्रियता डांस बार, हुक्का बार और नाइट क्लबों में अधिक है। ये लोग वहां आने वाले विदेशी नागरिकों खासकर नाइजीरियन छात्रों को जाल में फंसाकर उनका इस्तेमाल सेक्स वर्कर के रूप में कर रहे हैं।
बिना पासपोर्ट-वीजा के रहने वाले ऐसे बांग्लादेशियों की संख्या सौ से अधिक बताई जा रही है। पुलिस की नजर से बचने के लिए ये किन्नर के वेश में रहते हैं। गत 13 मार्च को भागलपुर में गिरफ्तार बांग्लादेशी शहादत हुसैन उर्फ पायल के बयान से इसका पर्दाफाश हुआ है।
ऐसे बांग्लादेशियों को उनका सरदार (सरगना) दिल्ली और गुडग़ांव में कमरे उपलब्ध कराता है। ये लोग पहले से मिली डिमांड पर नाइजीरियन छात्रों को महिला ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। इसके एवज में वे अच्छी-खासी रकम वसूलते हैं। सब कुछ पहले से मोबाइल पर तय हो जाता है। दिल्ली और आसपास के इलाके से पैसे वाले लड़कों की भी डिमांड पर लड़कियां मुहैया कराई जाती है। इस धंधे में अरमानियाई, उजबेकी और कजाकी मूल की महिलाओं की भी संलिप्तता बताई गई है।
विदेशी ब्रांड की सिगरेट में स्मैक और नशीली दवा का इस्तेमाल
बांग्लादेशियों का गिरोह विदेशी ब्रांड की सिगरेट में स्मैक और अन्य नशीली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। ऐसी खास सिगरेट शहादत उर्फ पायल के पास भी मिली थी। दिल्ली और गुडग़ांव में सक्रिय बांग्लादेशी गिरोह हांगकांग की बनी विंग कंपनी की सिगरेट का इस्तेमाल खासतौर पर कर करते हैं।
बांग्लादेशी नागरिकों के इस गिरोह की सक्रियता दिल्ली के जेएनयू एरिया और सराय काले खां समेत गुडग़ांव के कई इलाके में बताई गई है। भारत में प्रवेश पाने के लिए पश्चिम बंगाल के बेनगोली सीमा से उन्हें रुपये लेकर प्रवेश कराया जाता है। गिरफ्तार शहादत उर्फ पायल की भागलपुर न्यायालय में 31 जुलाई 2019 को पेशी की तिथि तय है। उसे यहां के शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में रखा गया है।