देशभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है. तेजी से संक्रमण बढ़ने के मामले में वाराणसी भी आगे है. वाराणसी में आज सुबह जारी किए गए बुलेटिन के मुताबिक कोरोना के 162 नए मरीज मिले हैं. जबकि बीती रात आई रिपोर्ट में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 223 नए मामले दर्ज हुए थे. वाराणसी में कोरोना के सक्रिय मामले लगभग 1000 के पास पहुंच चुके हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक यहां कुल 985 सक्रिय केस हैं.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने भी सख्ती शुरू कर दी है. वाराणसी के कमिश्नर (मंडलायुक्त) ने हिदायत भी दी है कि अगर लोग नहीं मानते हैं तो कड़ाई की जाएगी. कोरोना के एक बार फिर से बढ़ते मामलों के मद्देनजर वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि कोरोना के दिशा निर्देशों को नहीं मानने वालों के साथ प्रशासन सख्ती करेगा.
उन्होंने कहा कि इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है. जो मास्क नहीं पहन रहे हैं या ऐसे प्रतिष्ठान जहां कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है, उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन इन सब से पहले प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरुक किया जा रहा है. अगर लोग नहीं मानते हैं तो प्रशासन सख्ती करेगा.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 एक बार फिर से पैर पसार रहा है. जिसको लेकर शासन सजग है. मुख्यमंत्री के निर्देशन में पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में अच्छा कार्य किया गया था. एक बार फिर उन्हीं के निर्देशानुसार पहले वाली ही एसओपी के मुताबिक चला जा रहा है. जिसके तहत बाहर से आने वाले लोग खासकर जिन जगहों पर संक्रमण की स्थिति ज्यादा है उनकी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर टेस्टिंग और स्क्रीनिंग शुरू हो चुकी है.
इसके अलावा जितने भी सार्वजनिक समारोह हो रहे हैं उनकी क्षमता सीमित करने के लिए और परमिशन के लिए अनिवार्यता कर दी गई है. टेस्टिंग पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है. अब ज्यादा से ज्यादा RT-PCR कराया जा रहा है. एल टू अस्पताल दीनदयाल राजकीय चिकित्सालय पुनः एक बार एक्टिवेट कर दिया गया है.
बीएचयू में सुपर स्पेशलिटी एल थ्री अस्पताल को भी वापस एक्टिवेट कर दिया गया है और सर्विलांस बढ़ा दिया है. इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर को सजगता और तेजी से शुरू कर दिया गया है. मास्क सोशल डिस्टेंसिंग का प्रचार-प्रसार भी कराया जा रहा है. लोगों से अपील है कि कोविड-19 एक बार फिर से फैल रहा है. इसलिए जो भी 45 वर्ष के ऊपर के लोग हैं वह अपने नजदीक के टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीका लगवा लें.