कार्तिक माह में पड़ने वाली पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है। पूर्णिमा तिथि मुख्यतः भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित है। ऐसे में यदि आप देव दीपावली के दिन ये काम करते हैं तो आपको भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है जिससे आपका आने वाला साल खुशियों से भरा रहता है।
माना जाता है कि त्रिपुरासुर नामक राक्षस पर भगवान शिव ने विजय पाई थी। इसलिए देव दीपावली पर सभी देवी-देवता पृथ्वी पर आते हैं और दीये जलाकर इस दिन का उत्सव मनाते हैं। इस साल देव दीपावली 26 नवंबर, रविवार के दिन मनाई जाएगी। ऐसे में आइए जानते हैं कि देव दिवाली के दिन कौन-से कार्य करने से साधक को लाभ पहुच सकता है।
देव दीपावली मुहूर्त
कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि 26 नवम्बर 2023, दोपहर 03 बजकर 53 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं, इसका समापन, 27 नवम्बर 2023, दोपहर 02 बजकर 45 मिनट पर होगा। ऐसे में देव दीपावली 26 नवंबर, रविवार के दिन मनाई जाएगी। इस दौरान प्रदोष काल मुहूर्त शाम 05 बजकर 08 मिनट से 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।
इस काम से मिलता है पुण्य
देव दीपावली यानी कार्तिक पूर्णिमा के शुभ दिन पर सूर्योदय से पहले गंगा या अन्य किसी पवित्र नदी में डुबकी लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दौरान भगवान विष्णु जल में निवास करते हैं।
दीपदान के है विशेष महत्व
देव दीपावली कि दिन शाम के समय मिट्टी के दीपक जरूर जलाएं। साथ ही इस विशेष दिन पर दीपदान का भी बहुत महत्व है। ऐसे में आप नदी, तालाब आदि पर दीपदान करके सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति पा सकते हैं। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के बाद ही कार्तिक व्रत पूर्ण माना जाता है।
जरूर करें व्रत
पूर्णिमा तिथि पर व्रत करने से साधक को विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा पर व्रत करते हुए भगवान विष्णु का ध्यान करें। माना जाता है कि ऐसा करने से साधक को सूर्यलोक की प्राप्ति हो सकती है।
मिलता है कई गुना फल
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी जी के साथ-साथ शालिग्राम जी की पूजा का भी विधान है। माना जाता है कि कार्तिक मास में तुलसी जी की पूजा करने से कई गुना फल प्राप्त होता है। साथ ही तुलसी का सेवन करना भी लाभकारी माना गया है। कार्तिक पूर्णिमा पर अपनी क्षमता अनुसार अन्न, वस्त्र आदि का भी दान करना चाहिए।