बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल में भी कोरोना संक्रमण पाया गया है। उन्हें एम्स ऋषिकेश अस्पताल में भर्ती किया गया है। नौटियाल परिवार के सभी सदस्य होम आईसोलेट हो गए हैं।
रामशरण नौटियाल ने लगभग एक घंटे पूर्व फेसबुक पर यह जानकारी अपने शुभचिंतकों के बीच साझा की है। जिसमें नौटियाल ने कहा कि शुरुआती लक्षणों के कारण उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाया। जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।
नौटियाल ने कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और डॉक्टरों की सलाह पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती हो रहे हैं। नौटियाल ने फेसबुक पर बताया कि जो भी उनके रोजमर्रा के सम्पर्क में रहे, पूरे परिवार व स्टाफ का तत्काल कोरोना टेस्ट करा लिया गया। जो कि महासू देवता की कृपा से निगेटिव आया है।
उन्होंने शुभचिंतकों से अपील की है कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है। आप सभी से भी आग्रह है कि अपना और अपने प्रियजनों का विशेष ध्यान रखें। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने रामशरण नौटियाल में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की है।
बुधवार को प्रदेश में चार सौ से अधिक कोरोना मरीज मिले। वहीं, एम्स ऋषिकेश में चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 10886 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में 6227 सैंपल निगेटिव पाए गए। वहीं, 439 कोरोना संक्रमित मरीज मिले। हरिद्वार में सबसे अधिक 139 संक्रमित मरीज पाए गए। ऊधमसिंह नगर जिले में 119, देहरादून में 82, नैनीताल में 28 कोरोना संक्रमित मरीज मिले।
चमोली में 21, टिहरी में 17, चंपावत में 12, अल्मोड़ा, बागेश्वर, टिहरी में तीन-तीन संक्रमित, पिथौरागढ़ में सात, पौड़ी में पांच संक्रमित मिले। इनमें अधिक संक्रमित मरीज संपर्क में आने और बिना ट्रेवल हिस्ट्री वाले हैं।
वहीं, एम्स ऋषिकेश में चार संक्रमित मरीजों की मौत हुई। इसमें तीन पुरुष और एक महिला मरीज शामिल है। प्रदेश में अब तक 140 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 6687 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं।
टिहरी जिले के मुनिकीरेती क्षेत्र का घनी आबादी वाला शीशमझाड़ी इलाका पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बन गया है। बुधवार को यहां 14 नए कोरोना केस सामने आए। इससे यहां 13 दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 98 पहुंच गई है।
शीशमझाड़ी में 31 जुलाई को पहला केस आया था। इसके मद्देनजर जिलाधिकारी केे निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में सैंपलिंग की संख्या बढ़ा दी है। यहां प्रतिदिन 500 से 600 सैंपल लिए जा रहे हैं। साथ ही जहां अभी तक सैंपलिंग के काम में एक टीम जुटी हुई थी, वहीं अब 10 टीमों को मैदान में उतारा गया है।
शीशमझाड़ी में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट है। इधर, गंगा रिजार्ट में बनाए गए कंट्रोल रूम के मीटिंग हॉल में भी सुबह से देर रात तक मीटिंग को दौर जारी है।
शीशमझाड़ी से लगता दून जिले का चंद्रेश्वर नगर इलाका भी संवेदनशील बन गया है। शीशमझाड़ी से चंद्रेश्वर नगर के लिए कई गलियां निकलती हैं। लोग इन गलियों से एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में जा रहे हैं। इधर, कोतवाल रितेश शाह का कहना है कि लोगों को रोकने के लिए कुछ जगहों पर बेरिकेडिंग की गई है, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग सीमा पार कर इधर से उधर आ-जा रहे हैं।
शीशमझाड़ी में ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है, जो अपनी नासमझी के कारण दूसरों की जान के दुश्मन बन रहे हैं। दो मामले अब तक ऐसे सामने आ चुके हैं, जिन्होंने अपनी ट्रेवल हिस्ट्री छुपाई और बाद में पॉजिटिव पाए गए।
इसके अलावा एक व्यक्ति ऐसा भी है, जो पॉजिटिव आने के बाद भी अब तक गायब है। मामले में पुलिस संबंधित व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करने की बात कह रही है। एसएसआई रमेश सैनी ने बताया कि देर शाम तक केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही थी।