कृषि कानूनों के विरोध मे मंगलवार को भारत बंद का पंजाब में व्यापक असर दिखा। दिल्ली-हरियाणा बार्डर पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में पंजाब बंद रहा। बठिंडा में दुकानदारों ने भारत बंद का समर्थन किया। जिले के सभी मुख्य बाजार मंगलवार को बंद रहे। इसके अलावा पेट्रोल पंप और सरकारी एवं प्राइवेट बसें पूरी तरह बंद रही।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के बैनर तले बठिंडा में किसानों ने बठिंडा-मानसा, बठिंडा-अमृतसर, बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर धरना लगाकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसान नेता जसवीर सिंह ने भारत बंद के दौरान लोगों के मिल रहे समर्थन के लिए लोगों आभार जताया और कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ेगा।
भारत बंद के मद्देनजर लुधियाना की सभी मार्केट और बाजार पूरी तरह से बंद रहे। पेट्रोल पंप और शराब ठेके भी बंद रहे। शहर के अंदरूनी एरिया में दुकानें खुली रहीं। इस बंद को सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी से लेकर शिरोमणि अकाली दल, लोक इंसाफ पार्टी, आम आदमी पार्टी सहित अन्य दलों ने पूरा समर्थन दिया। राजनीतिक पार्टियों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में रैली का आयोजन कर केंद्र के खिलाफ नारेबाजी की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लुधियाना में मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। राजनीतिक पार्टियों के धरने में किसान यूनियन के झंडे ही दिखाई दिए। दोपहर 12.30 बजे तक यह बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा है। किसी भी जगह किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। जगरांव पुल पर विरोध के दौरान लोगों ने कीर्तन किया। वहीं फतेहगढ़ साहिब में किसानों ने गोबिंदगढ़ नेशनल हाईवे सर्विस रोड पर जाम लगा दिया। अमृतसर के भंडारी पुल पर किसान और कामरेड जत्थेबंदियों ने धरना देकर नारेबाजी की। रोपड़ में किसानों ने राष्ट्रीय मार्ग जाम कर अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन किया।