दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शिरोमणि अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को तकरीबन एक करोड़ का चूना लगाया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गुरुवार को मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धोखाधड़ी और संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
दरअसल DSGMC के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस शिरोमणी अकाली दल के नेता भूपेंद्र सिंह ने दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के लिए भर्जी कंपनियों से टेंट, तिरपाल और कंबल खरीदे थे. इन्हीं खरीदों में मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपने करीबीयों को फायदा पहुंचाया था. मनजिंदर सिंह सिरसा पर आरोप है कि इस पूरे मामले में उन्होंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को तकरीबन एक करोड़ रपयों का चूना लगाया है.
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा पर IPC की धारा 420,406 और 120B के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार मनजिंदर सिंह सिरसा ने जिन कंपनियों से टेंट, तिरपाल और कंबल खरीदे थे उनका कोई अस्तित्व ही नहीं है. मनजिंदर सिंह सिरसा पर आरोप है कि उन्होंने इस खरीद में अपने PA नरेंद्र सिंह के भाई को भी फायदा पहुंचाया था. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा फिलहाल पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
उत्तर प्रदेश की पीलीभीत पुलिस ने मनजिंदर सिंह सिरसा को 21 जनवरी की रात को पीलीभीत के बिलासपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल मनजिंदर सिंह सिरसा आंदोलित किसानों से मिलने पीलीभीत पहुंचे थे. अपनी गिरफ्तारी पर सिरसा ने कहा कि वह किसानों की आवाज उठाने आए हैं और यह उनका अधिकार है.