सपा मुखिया को विधिवत रूप से पहली बार नोएडा आने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए 29 अप्रैल को सेक्टर-18 में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो अखिलेश जिले की राजनीति में उथल पुथल कर सकते हैं। बताते हैं कि दूसरे दलों के कई नेता बसपा व सपा के गठबंधन से काफी उत्साहित हैं और साइकिल की सवारी भी कर सकते हैं।
दरअसल, प्रदेश में 2012-2017 तक सपा की सरकार रही, लेकिन मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश ने नोएडा की तरफ रुख नहीं किया। लोकसभा चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें नोएडा लाने के काफी प्रयास हुए, लेकिन उन्होंने यही कहा कि आऊंगा जरूर।
सपा-बसपा गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं
हालांकि सड़क मार्ग से जाने के दौरान नोएडा में उनका पार्टी के लोग स्वागत जरूर कर चुके हैं। सूत्र बताते हैं कि बसपा और सपा में गठबंधन होने के बाद दोनों दल गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं।
बसपा ने वीरेंद्र डाढ़ा को प्रत्याशी घोषित कर रखा है, लेकिन सपा की तरफ से भी शीघ्र ही प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। इसका कारण बताया जा रहा है कि भले ही अंत में समझौते में किसी भी दल पर सीट चली जाए पर कार्यकर्ताओं को तब तक जनता के बीच काम करने का मौका मिल जाएगा।
“पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को 29 अप्रैल को नोएडा में लाने की तैयारी है। सेक्टर-18 में प्रेसवार्ता भी हो सकती है। इसके बाद वह एक निजी कार्यक्रम में भी हिस्सा ले सकते हैं।” – सुरेंद्र सिंह नागर, राज्य सभा सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव