अब जल्द ही चैत्र माह की शुरुआत होने जा रही है। इस माह में चैत्र नवरात्र का पर्व भी मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार चैत्र नवरात्र में धरती पर मां दुर्गा का आगमन होता है। इस माह में लोग सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए तुलसी के उपाय करते हैं। तुलसी ( Chaitra Month 2025 Tulsi Upay) के उपाय करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न की कृपा प्राप्त होती है।
फाल्गुन के बाद चैत्र की शुरुआत होती है। हर साल इस माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। चैत्र माह में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। वहीं, तुलसी पूजा करने का भी विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चैत्र में तुलसी (Chaitra Month 2025 Tulsi Upay) से जुड़े उपाय भी किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस माह से तुलसी के उपाय करने से धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। आइए विस्तार से जानते हैं तुलसी के इन उपायों के बारे में।
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की शुरुआत 15 मार्च से होगी। वहीं, इस माह का समापन अगले महीने यानी 12 अप्रैल को होगा।
दुख और संकट होंगे दूर
अगर आप जीवन में लंबे समय से दुख और संकट का सामना कर रहे हैं, तो चैत्र माह में गुरुवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं। साथ ही जीवन सुख-शांति की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी से कामना करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उपाय को करने से दुख और संकट दूर होते हैं। साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
सभी मनोकामनाएं जल्द होंगी पूरी
अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो चैत्र माह में तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना करें। साथ ही मां तुलसी को सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करें। कुछ समय के बाद श्रृंगार को सुहागिन महिलाओं को दान करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से साधक को सभी मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं और वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं।
आर्थिक तंगी होगी दूर
आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए चैत्र माह में किए गए तुलसी के उपाय बेहद फलदायी साबित होते हैं। तुलसी पूजा के दौरान पौधे में कच्चे दूध से अर्घ्य दें। इस दौरान निम्न मंत्र का जप करें। साथ ही देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
तुलसी जी के मंत्र
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
तुलसी नामाष्टक मंत्र –
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।
एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।