भारत और वेस्टइंडीज के बीच रविवार को तीसरा और अंतिम टी20 मैच खेला जाएगा। सीरीज पर पहले ही कब्जा जमा चुके भारत के तीन खिलाड़ियों शिखर धवन, केएल राहुल और रिषभ पंत के लिए यह मैच अग्निपरीक्षा के समान होगा क्योंकि इनका इस सीरीज में प्रदर्शन निराशाजनक रहा हैं। भारत को इसके बाद मजबूत ऑस्ट्रेलिया का उसी के घर में सामना करना है और ये तीनों भारतीय खिलाड़ी इस मैच में जोरदार खेल दिखाकर लय में आना चाहेंगे।
धवन पिछले कई वर्षों से सीमित ओवरों में टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत दिलाते रहे हैं लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ इस सीरीज में उनका बल्ला खामोश चल रहा है। वे दो टी20 मैचों में 23 की औसत से मात्र 46 रन बना पाए हैं। राहुल तो 42 की औसत से सिर्फ 42 रनों का योगदान ही टीम को दे पाए।
युवा विकेटकीपर रिषभ पंत से फैंस को बहुत उम्मीदें हैं और उन्हें महेंद्रसिंह धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है लेकिन टी20 सीरीज में उन्होंने निराश किया, वे दो मैचों में मात्र 6 रन बना पाए, वहीं अनुभवी दिनेश कार्तिक ने शानदार कीपिंग करने के अलावा पहले मैच में मैच विजयी नाबाद 31 रनों की पारी भी खेली थी। रिषभ को यदि सीनियर स्तर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनानी है तो स्थितियों के अनुसार बल्लेबाजी करनी होगी।
धवन और पंत के लिए चुनौती ज्यादा गंभीर है क्योंकि इनका बल्ला वनडे सीरीज में भी खामोश रहा था। धवन 5 मैचों में 22.40 की औसत से सिर्फ 112 रन बना पाए थे, यह पहला मौका था जब धवन किसी 5 वनडे मैचों की सीरीज में एक भी फिफ्टी नहीं लगा पाए थे। पंत 3 मैच खेले थे और इसकी दो पारियों में 20.50 की औसत से मात्र 41 रनों को योगदान दे पाए थे।
वेस्टइंडीज टीम की गेंदबाजी इस वक्त कमजोर है क्योंकि सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, ड्वेन ब्रावो जैसे खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में ऐसा नहीं होगा। वहां भारतीय बल्लेबाजों को तेज गेंदबाजों के सामने अपना कमाल दिखाना होगा जो आसान नहीं होगा।