पुलिस से नोकझोंक में युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई और यह आरोप है कि सॉफ्टवेयर कंपनी में कार्यरत गौरव अपने माता-पिता के साथ सेक्टर-62 से लौट रहे थे.
वहीं जांच के लिए पुलिसकर्मियों ने उनकी कार पर डंडा मारते हुए रुकवाया और इस पर उनकी पुलिस से नोकझोंक हो गई. बस इस दौरान गौरव को दिल का दौरा पड़ गया. नोएडा सेक्टर-52 के शताब्दी विहार में मूलचंद शर्मा परिवार के साथ रहते हैं और उनके 34 वर्षीय पुत्र गौरव गुरुग्राम की सॉफ्टवेयर कंपनी के मार्केटिंग विभाग में काम करते थे.
गौरव के रिश्ते के भाई अंकुर शर्मा का कहना है कि ”बीते रविवार को गौरव अपने माता-पिता के साथ कार से एनएच-24 से सेक्टर 62 की ओर आ रहे थे.” इस मामले में यह आरोप है कि ”नोएडा की तरफ मुड़ते ही रास्ते में कुछ पुलिसकर्मी खड़े थे, जिन्होंने चलती गाड़ी पर जोर से डंडा मारकर रोका और गौरव और उसके पिता ने इसका विरोध किया.
इस बात पर नोकझोंक इतनी बढ़ गई कि वहां मौजूद पुलिसकर्मी अभद्रता पर उतर आए. गहमागहमी के बीच अचानक गौरव बेसुध होकर गिर पड़े और उनकी सांसें थम गईं. गौरव की हालत देखकर माता-पिता सकते में आ गए.” इस मामले में परिजनों का कहना है कि ”पुलिसकर्मी मदद करने के बजाय वहां से चुपचाप चले गए. आसपास के लोग मदद के लिए पहुंचे और गौरव को पहले फोर्टिस और फिर कैलाश अस्पताल पहुंचाया गया.”
आगे परिजनों ने कहा कि ”डॉक्टरों ने दिल के दौरे से गौरव की मौत की जानकारी दी तो माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई.” वहीं इस मामले में कैलाश अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि ”गौरव को जब अस्पताल में लाया गया, तब उसकी मौत हो चुकी थी.” वैसे अब तक उनकी ओर से इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोई शिकायत थाने में नहीं दी गई थी लेकिन गौतमबुद्धनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण का कहना है कि ”सेक्टर-58 थाना पुलिस की चेकिंग के दौरान ऐसी कोई घटना होने की जानकारी नहीं मिली है. यदि परिजनों की कोई शिकायत है तो वह बताएं, कार्रवाई की जाएगी.”