लहसुन हमारे दिल को सुरक्षित बनाएं रखने में मदद करता है और हार्ट अटैक और एथ्रेरोस्लेरोसिस से होने वाली दिक्कतों से बचाता है। इसमें दिल को सुरक्षित रखने वाले तत्व होते है जिनके सेवन से दिल को आसानी से स्वस्थ बनाया जा सकता है। उम्र के साथ, धमनियां खिंचाव करने की क्षमता खो देती है। लहसुन, इसे कम कर देता है और दिल को ऑक्सीजन रेडीकल्स के प्रभाव से बचाता है ताकि हार्ट को कोई नुकसान न पहुंचे। इसके सल्फर युक्त यौगिक हमारी रक्त वाहिकाओं को अवरूद्ध होने से बचाता है जिसकी वजह से एथ्रेरोस्लेरोसिस की दिक्कत खत्म हो जाती है। लहसुन की एंटी क्लॉटिंग प्रॉपर्टी, रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के बनाने से रोकती है।
अगर लहसुन के गुणों के बारे में बात की जा रही है तो उसके मेडीकल वैल्यू को बताना सबसे जरूरी होता है। इस चमत्कारी जड़ी बूटी का उपयोग पिछले कई सालों से कई रोगों को दूर भगाने के लिए किया जाता है। लहसुन में सल्फर युक्त यौगिकों की मात्रा काफी होती है इसी वजह से इसकी गंध तीखी होती है। इसमें पाएं जाने तत्वों में एक ऐलीसिन भी है जिसे ग्रेट एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में जाना जाता है। अगर लहसुन को महीन काटकर बनाया जाता है तो उसके खाने से अधिक लाभ मिलता है। लहसुन, सेलेनियम का भी अच्छा स्त्रोत होता है। ऐलीन के साथ इसमें अन्य तत्व भी होते है जैसे एजोने, एलीनि आदि जिनसे शरीर के संचार, पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली पर विशेष और सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके सेवन से ब्लड़ प्रेशर, डिटोक्सीफिकेशन, सूजन आदि में भी राहत मिलती है।
एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल के लाभ के लिए लहसुन को विशेष रूप से जाना जाता है। इसकी मदद से बैक्टीरियल संक्रमण को रोकने में सहायता मिलती है, इसके सेवन से वायरल, फंगल, यीस्ट और वॉर्म संक्रमण भी नहीं होता है। ताजे लहसुन के सेवन से फूड पॉयजिनिंग होने का खतरा नहीं रहता है क्योंकि यह ई. क्वॉयल, सालमोनेला, एंटररिटडिस आदि को मार देता है। लहसुन के नियमित सेवन से स्कीन में हुए संक्रमण भी समाप्त हो जाते है जैसे रिंगवॉर्म या एथलीट फुट आदि।
लहसुन में एंटी क्लाटिंग गुण होते है जो खून को पतला करने में सहायक होते है और शरीर में खून के थक्के बनने से रोकते है। अत: इससे चोट लगने के बाद, खून बहने का ड़र भी नहीं रहता है। लहसुन का एक गुण यह भी है की यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा करता है कई जानकार यह भी मानते है की यह कैंसर जैसे गंभीर रोग से लड़ने में भी एक कारगर हथियार है. डॉक्टर पैनिक्रयाज कोलोक्टोरल ब्रेस्ट व प्रोस्टेट कैंसर में लहसुन के कच्चे जवे खाने की सलाह देते है।