पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ जो देशद्रोह मामले का सामना कर रहे हैं, उन्हें एक विशेष अदालत के सामने 2 मई को पेश होने का आदेश दिया गया है। दरअसल, कहा जा रहा था कि खराब स्वास्थ्य के चलते और परिवार के दबाव के कारण वो देश वापस नहीं लौटेंगे।पाकिस्तानी मुस्लिम लीग के नेता और वकील अली नवाब चित्राली ने बताया कि जनरल मुशर्रफ पाकिस्तान आने के लिए उत्सुक हैं और अदालत में पेश होना चाहते हैं। वह रीढ़ की हड्डी में दर्द से पीड़ित हैं और मेडिकल बोर्ड ने उन्हें यात्रा न करने की सलाह दी है। उनके परिवार का कहना है कि उन्हें अपने स्वास्थ्य की कीमत पर यात्रा नहीं करनी चाहिए। हालांकि, जैसा कि सभी जानते हैं कि जनरल मुशर्रफ अपने शब्दों पर टिके रहने वाले व्यक्ति हैं। ऐसे में 50 प्रतिशत संभावना है कि वो जल्द वापस आ जाए।
शनिवार को मुशर्रफ के वकील सलमान सफदर ने दावा किया था कि पूर्व राष्ट्रपति, जो एक उच्च राजद्रोह के मामले का सामना कर रहे हैं, 1 मई को पाकिस्तान पहुचेंगे और अगले दिन विशेष अदालत में पेश होंगे। विशेष अदालत, जो देशद्रोह के मामले की सुनवाई कर रही है ने पूर्व सेना प्रमुख को 2 मई को पेश होने का आदेश दिया था। चित्राली ने दावा किया कि उन्होंने मुशर्रफ के एक करीबी सहयोगी से संपर्क किया था, उन्होंने कहा कि बीमार पूर्व नेता के लिए यात्रा करना बहुत मुश्किल है, लेकिन वह पाकिस्तान आने के लिए उत्सुक है। मेडिकल बोर्ड और मुशर्रफ के परिवार ने उन्हें यात्रा करने से साफ इनकार कर दिया है। इसके बाद भी संभावना है कि वो जल्द ही पाकिस्तान वापस लौटेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज था। मुशर्रफ पर नवंबर 2007 में संविधान को निलंबिच करने और इमरजेंसी लगाने का आरोप है।