बीजिंग, चीन के कई शहर इन दिनों भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। भयंकर गर्मी से बचने के लिए लोग अंडरग्राउंड शेल्टर्स में शरण लेने लगे है। सूरत की आग के आगे सड़कें तक उखड़ रही हैं। मौसम विभाग ने चीन के 68 शहरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। इसमें शंघाई, नानजिंग भी शामिल हैं। रेड अलर्ट एक थ्री टायर हीटवेव वार्निंग है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान दौरान इन शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर सकता है।
आपको बता दें कि शंघाई पहले से ही कोरोना महामारी की मार झेल रहा है। यहां पर प्रशासन ने पहले कोरोना के चलते कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुए थे। अब यहां के करीब ढाई करोड़ लोगों को हीटवेव की मार सहने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इसके साथ ही प्रशासन ने लोगों को जरूरी एहतियात बरतने को भी कहा है। 1873 में शंघाई का तापमान 15 दिनों के लिए 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया था। सोशल मीडिया पर बढ़ती गर्मी और लोगों की परेशानियों को लेकर कई तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं।
यहां के वाइल्डलाइफ पार्क में जानवरों को ठंडा रखने के लिए हर दिन आठ टन बर्फ का इस्तेमाल किया जा रहा है। शंघाई के एक व्यक्ति झू डेरेन का कहना है कि इस बार इतनी भयंकर गर्मी समय से पहले ही पड़ रही है। झू का बेटा गर्मी से बचने के लिए वाटर फाउंटेन का सहारा लेने को मजबूर है। झू ने बताया कि जुलाई में ही उसका गर्मी से बुरा हाल हो रहा है। अभी तापमान का अधिकतम स्तर पर जाना बाकी है। झू के मुताबिक घर से घुसते ही एसी का आन करना और बाहर निकलने पर संस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी हो गया है।
चीन के विभिन्न शहरों में जहां इस वर्ष भीषण गर्मी का प्रकोप चल रहा है, वहीं यहां के लोगों ने इस वर्ष कई जगहों पार बाढ़ को भी झेला है। देश के मौसम विभाग ने इसको क्लाइमेट चेंज का नाम देते हुए लोगों को कई चेतावनियां भी जारी की है। इसमें जुलाई के मध्य में तापमान का बेतहाशा बढ़ना भी शामिल है। सरकारी समाचारों में दिखाया गया है कि दक्षिण जियांगशी प्रांत में गर्मी की वजह से सड़क करीब 15 सेंटीमीटर तक उखड़ गई है। नानजिंग में लोगों ने गर्मी से चने के लिए शेल्टर्स में शरण ले रखी है। कभी ये शेल्टर्स युद्ध में बमबारी से बचने के लिए बनाए गए थे। हालांकि मय के साथ लोगों ने अब इसको और सुविधाजनक बना लिया है। इनमें सभी तरह की सुख सुविधाओं को रखा गया है।