लखनऊ| 14 फरवरी को कश्मीर में हुई मुठभेड़ में घायल चीता को आया होश हुआ चमत्कार। आपको बता दें आतंकियों से लड़ते हुए सीआरपीएफ जवान चेतन कुमार चीता को नौ गोलियां लगी थीं। वे पिछले दो महीनों से कोमा में थे। लेकिन चमत्कारिक ढंग से अब वे स्वस्थ हैं। उनका पिछले एक महीने से एम्स के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा था। वहां के डॉक्टरों ने बताया कि अब वे पूरी तरह से ठीक हैं और घर जा सकते हैं। उनके बच्चे बेसब्री से उनका घर आने इंतजार कर रहे हैं। जब उन्हें अस्पताल लाया गया था, उस दौरान गोलियों से उनका सिर और बाज़ुओं की हड्डियां टूट गई थीं। उनके आंख की पुतली भी फट चुकी थी। वे कोमा में थे।
डॉक्टरों के मुताबिक उनकी सभी रिपोर्ट्स सही हैं। 14 फरवरी को कश्मीर के बांदीपोरा जिले के हाजिन इलाके में मुठभेड़ के दौरान तीन सिपाही शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा भी गया था। चीता को भी एनकाउंटर के दौरान नौ गोलियां लगी थीं। उनका इलाज करने वाले डॉक्टर अमित गुप्ता ने बताया, चीता को बुधवार की सुबह घर भेज दिया जाएगा।
कोमा से निकलकर उनका ठीक होना किसी चमत्कार से कम नहीं है। गोलियां लगने के ठीक बाद चीता को श्रीनगर के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालत नाजुक होने पर उन्हें हवाई जहाज़ से दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी बाई आंख ठीक है, लेकिन दाई आंख ठीक नहीं किया जा सका। अब स्वस्थ होने के बाद चीता घर जाने को तैयार हैं। घर पर उनके दोनों बच्चे उनका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।