ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान उद्योगपतियों को तीन श्रेणियों- प्लेटिनम, गोल्ड, डायमंड में व्यंजन परोसे जाएंगे। इन श्रेणियों के लजीज व्यंजन छह किचन में तैयार किए जाएंगे जिनमें तीन मेगा किचन भी हैं। व्यंजन तैयार करने से पहले रॉ मैटेरियल की जांच की जाएगी फिर थाली परोसने से पहले उसका स्वाद चखा जाएगा। पीएम मोदी समेत उद्योगपतियों के लिए एक किचन अलग तैयार किया गया है। इनके फूड हैबिट को ध्यान में रखते हुए भोजन तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा मोटे अनाज से भी व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि खाने के साथ ब्लैक वाटर का इंतजाम किया गया है। इन्वेस्टर्स समिट में मेहमानों के लिए कैटरिंग की जिम्मेदारी ताज ग्रुप को दी गई है। इन्वेस्टर्स समिट के दौरान 10,000 लोगों के खाने की व्यवस्था है। किचन के सभी कार्य खाद्य सुरक्षा विभाग की देखरेख में हो रहे हैं। व्यंजन की श्रेणियों के अलग-अलग क्यूआर कोड पहले ही जारी कर दिए गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम में अन्य जिलों के 10-12 अधिकारियों समेत एक टीम तैयार की गई है।
48 घंटे के लिए रखे जाएंगे व्यंजनों के सैंपल
पीसी जोशी ने बताया कि रॉ मैटेरियल की जांच के लिए कोई लैब नहीं तैयार की गई है। रॉ मैटेरियल की जांच पैकिंग तारीख के आधार पर होगी। इसके अलावा खाना परोसने से पहले सभी व्यंजन के सैंपल लेकर सुरक्षा के तौर पर 48 घंटे के लिए रखे जाएंगे। कोई समस्या आने पर इन सैंपल की जांच की जा सकेगी। इसके लिए खाद्य सुरक्षा विभाग, राजस्व विभाग, फूड एंड सिविल सप्लाई मिलकर काम कर रहे हैं।
सादा पानी नहीं ब्लैक वॉटर दिया जाएगा
खाने की कैटरिंग फाइव स्टार है। इसमें चाय, सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना रहेगा। इसके अलावा, रात का खाना गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन सेंटर में रखा जाएगा। मेहमानों को सादा पानी नहीं ब्लैक वॉटर पीने को दिया जाएगा।