गोंडा-गोरखपुर रेल मार्ग पर मोतीगंज में मां ने अपने दो बच्चों के साथ ट्रेन से कटकर जान दे दी। हर कोई इस घटना को लेकर हतप्रभ है। परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है। घटना के कारणों को लेकर पुलिस पड़ताल कर रही है।
मोतीगंज के सोठिया गांव की सुनीता ने अपने पांच वर्षीय बेटे आलोक और तीन वर्षीय बेटी अनिका के साथ रविवार की भोर में गोंडा-गोरखपुर रेल मार्ग पर स्थित समपार संख्या 251-बी टू से 30 मीटर की दूरी पर ट्रेन से कटकर जान दे दी। स्टेशन मास्टर मोतीगंज नितिन मद्धेशिया ने बताया कि ट्रैक मैन यूनुस ने सुबह 5:10 बजे यह सूचना दी।
इस पर तत्काल कंट्रोल को जानकारी दी गई। मौके पर राजकीय रेलवे पुलिस के प्रभारी निरीक्षक एमपी चतुर्वेदी ने पहुंचकर स्थानीय लोगों से जानकारी हासिल की। इसके बाद मृतकों की पहचान हो सकी। स्थानीय लोगों की भीड़ भी वहां पर जुट गई।
स्वजन भी दंग : सास बुधना ने बताया कि उसका छोटा बेटा अमरनाथ सूरत में रहकर नौकरी करता है। घर पर उसकी पत्नी सुनीता और बच्चे रह रहे थे। सुनीता एक सप्ताह पूर्व अपने मायके से आई थी। किसी से कोई बात भी नहीं हुआ था। यह सब कैसे हो गया, कुछ समझ में नहीं आ रहा है। जेठ रामनाथ ने बताया कि सूरत में रह रहे छोटे भाई अमरनाथ को घटना की जानकारी दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि सुनीता भोर में बच्चों को लेकर घर से निकली थी।
फिलहाल, घटना क्यों हुई, इसको लेकर किसी के पास जवाब नहीं है। आसपास के लोग मृतक के घर पर पहुंचकर जानकारी कर रहे हैं। स्वजन का रो-रोकर बुराहाल है। जीआरपी इंस्पेक्टर एमपी चतुर्वेदी का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह तो तय है कि महिला ने आत्महत्या की है। आत्महत्या का क्या कारण है, इसके बारे में स्वजन व ग्रामीणों से जानकारी की जा रही है।