ठग नए-नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहे हैं। एक ऐसे ही मामले में गुजरात में पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली गई। पैसे देने के बाद भी पेट्रोल पंप न मिलने पर जब पीडि़तों ने पुलिस से शिकायत की तो फर्जीवाड़ा सामने आया। इस फर्जीवाड़ा में मुख्यालय के दो युवक शामिल हैं। शनिवार की रात गुजरात पुलिस ने सदर थाना प्रभारी के साथ संदिग्धों के घरों में छापामारी की तो 37 लाख की नकदी सहित जेवरात, पासबुक, सिमकार्ड आदि बरामद किए गए। हालांकि आरोपित पकड़ में नही आ सके।
40 बैंक पासबुक व 40 सिमकार्ड भी बरामद
गुजरात क्राइम ब्रांच के डीएसपी सादिक मकडिय़ाल व सदर कोतवाली प्रभारी विपिन कुमार त्रिवेदी ने शनिवार रात सुभाषनगर स्थित सागर सिंह के घर में छापेमारी की। घंटों तलाशी लेने के बाद यहां से 37 लाख रुपये नकद, 40 बैंक पासबुक, 10 मोबाइल, करीब 40 सिमकार्ड, ढाई लाख कीमत के सोने के जेवरात आदि बरामद किए। गुजरात पुलिस के मुताबिक सागर सिंह अपने साथी आसिफ के साथ मिलकर गुजरात में पेट्रोल पंप दिलाने व वेरीफिकेशन के नाम पर आनलाइन पैसा जमा कराकर ठगी करता था। इस काम में सागर का भाई राजू सिंह भी सहयोग करता था।
सागर व आतिफ के खातों में आ रहा था पैसा
पीडि़तों की शिकायत पर जांच की गई। सागर सिंह व आसिफ के खातों में पैसा आ रहा था। इन लोगों ने भनक लगने पर एक राजमिस्त्री अवधेश तिवारी को अपना लैपटाप दिया था और उसके यहां छापामारी की गई तो और सच्चाई सामने आई। इसके बाद सुभाषनगर में छापा मारा गया। बकौल डीएसपी सादिक मकडिय़ाल आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।