Lok Sabha Election 2019 अपने पूरे शबाब पर है। तीन चरण का मतदान हो चुका है और चौथे चरण के तहत सोमवार को मतदान हो रहा है। आज के दौर में चुनाव लड़ना काफी खर्चीला हो गया है। खुद चुनाव आयोग ने ही लोकसभा चुनाव लड़ने पर अधिकतम खर्च की सीमा 70 लाख रुपये तय की है। यानि चुनाव लड़ना काफी खर्चीला हो चुका है। इन चुनावों में तमाम बड़े-बड़े करोड़पति और अरबपति अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनके बीच कुछ ऐसे उम्मीदवार भी हैं जिनकी संपत्ति कौड़ियों में है और भारी-भरकम करोड़पति नेताओं को हराकर लोकसभा पहुंचने का ख्वाब देख रहे हैं।
करोड़पतियों की भरमार
चौथे चरण के तहत 306 यानि 33 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं। यही नहीं इस चरण के उम्मीदवारों की संपत्ति का औसत निकाला जाय तो यह 4.53 करोड़ बनती है। यानि कुल संपत्ति को सभी उम्मीदवारों में बांटा जाय तो हर उम्मीदवार के पास साढ़े चार करोड़ से ज्यादा होगी। इनमें से 101 उम्मीदवारों की संपत्ति 5 करोड़ से ज्यादा, 96 उम्मीदवारों की संपत्ति 2 से 5 करोड़ के बीच और 200 उम्मीदवारों की संपत्ति 50 लाख से 2 करोड़ के बीच है।
इस चरण में सबसे ज्यादा 57-57 उम्मीदवार कांग्रेस और भाजपा ने उतारे हैं और दोनों पार्टियों के 50-50 उम्मीदवार करोड़पति हैं। बसपा के भी 54 में से 20, शिवसेना के 21 में से 13, सपा के 10 में से 8 उम्मीदवार करोड़पति हैं।
ये हैं तीन सबसे अमीर उम्मीदवार
तीन सबसे अमीर उम्मीदवारों की बात करें तो इसमें कांग्रेस सबसे आगे है। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे नकुलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र हैं और उनकी कुल संपत्ति 660 करोड़ से ज्यादा है। दूसरे नंबर पर मुंबई दक्षिण-मध्य से चुनाव लड़ रहे वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी के नेता संजय सुशील भोंसले हैं, जिनकी संपत्ति 125 करोड़ रुपये है। तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश की झांसी सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा नेता अनुराग शर्मा की संपत्ति 124 करोड़ से ज्यादा है।
घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने
करोड़पतियों के बीच तीन ऐसे उम्मीदवार भी हैं जिनकी कुल संपत्ति शून्य है। यह तीनों उम्मीदवार निर्दलीय हैं। महाराष्ट्र की नासिक सीट से चुनाव लड़ रहे प्रियंका रामाराव शिरोले, ठाणे से विट्ठलनाथ चव्हाण और राजस्थान में टोंक-सवाई माधोपुर से उम्मीदवार प्रेमलता बंशीवाल की संपत्ति भी शून्य है।
संपत्ति 500 ख्वाब संसद के
राजस्थान के झालावाड़-बारां सीट से निर्दलीय उम्मीदवार प्रिंस कुमार की कुल संपत्ति सिर्प 500 रुपये है, लेकिन उनके ख्वाब काफी ऊंचे हैं। वह संसद पहुंचकर अपने क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करने का सपना पाले हुए हैं। इसी तरह राज्य की चित्तौड़गढ़ सीट से शमसुद्दीन भी निर्दलीय मैदान में हैं। समसुद्दीन ने अपनी कुल संपत्ति 786 रुपये घोषित की है। एक और उम्मीदवार हैं जो कंगाली के बावजूद चुनावी मैदान में हैं। सिर्फ 1100 रुपये की कुल संपत्ति रखने वाले बब्बन सोपान ठोके ने निर्दलीय के रूप में मुंबई नॉर्थ-ईस्ट से ताल ठोंकी है।