संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कोरोना महामारी के दौरान भारतीय नेतृत्व के मानवीय दृष्टिकोण और वैक्सीन की सहायता पर आभार जताया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने कहा कि कोरोना की जंग में भारत ने वैश्विक रहनुमाई की है। भारत के संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने भारतीय नेतृत्व की हर तरफ हो रही प्रशंसा के संबंध में ट्वीट करते हुए संयुक्त राष्ट्र का आभार जताया।
यूएन महासचिव ने भारत को एक सक्षम देश कहा
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने कहा है कि भारत ने कोरोना महामारी के दौरान बेहतरीन काम किया है। भारत ने महामारी के मुश्किल दौर में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए जरूरी दवाइयां, जांच किट, पीपीई और वेंटीलेटर 150 देशों में जिस तरह से उपलब्ध कराए, वह तारीफ योग्य है। ऐसा कोई सक्षम देश ही कर सकता है। गुतेरस ने कहा महामारी के दौरान भारत ने वैक्सीन को तेजी के साथ विकसित किया और उसका व्यापक स्तर पर निर्माण किया। साथ ही विश्वभर में वैक्सीन लगाने के अभियान (कोवैक्स) को जिस तरह से आगे बढ़ाया, उसमें भारत ने अपनी अदभुत क्षमता का प्रदर्शन किया है। भारत का संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना को मुफ्त में दो लाख वैक्सीन डोज दिए जाने का कदम भी सराहनीय है।
229 लाख से ज्यादा वैक्सीन के डोज अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भेज चुका है भारत
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वैक्सीन राष्ट्रवाद की आलोचना की थी और कहा था कि दुनिया को इस कठिन दौर में अंतरराष्ट्रीयवाद की तरफ बढ़ना चाहिए। विदेश विभाग के अनुसार भारत अब तक 229 लाख से ज्यादा कोरोना वैक्सीन के डोज अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भेज चुका है। इसके अलावा भारत ने कोवैक्स अभियान के तहत अफ्रीका को एक करोड़ और अमेरिका को दस लाख वैक्सीन के डोज भेजने की योजना बनाई है।