कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हरिद्वार जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं. हरिद्वार से लगती उत्तर प्रदेश की सीमाएं 20 जुलाई तक बंद कर दी गई हैं.
जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने यह सख्त फैसला लिया है. यहां तक कि सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालु गंगा घाट पर डुबकी भी नहीं लगा पाएंगे.
प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए इस पर पाबंदी लगा दी है. हरिद्वार के एसएसपी सेंथिल के. राज ने इसकी जानकारी दी.
कुछ दिन पहले कांवड़ यात्रा को लेकर भी ऐसा ही आदेश सुनाया गया था. उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाते हुए निर्देश दिया था कि यात्री गंगा नदी से जल नहीं उठा सकेंगे.
सावन महीने में कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया. आदेश में यह भी कहा गया कि कोई कांवड़ियां चोरी-छिपे हरिद्वार आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारनटीन कर दिया जाएगा.
यह भी कहा गया कि क्वारनटीन का खर्च उसी व्यक्ति को उठाना पड़ेगा. सरकार ने ऐसे लोगों को हरिद्वार न आने की सलाह दी.
बता दें, यूपी सरकार की तरह उत्तराखंड ने भी हर हफ्ते दो दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है. यहां शनिवार और रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है.
इस दौरान बाजार और दफ्तर बंद रहेंगे. प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान केवल उन्हीं लोगों को आने की इजाजत होगी, जिनकी होटलों में पहले से बुकिंग है.
उत्तराखंड में 17 जुलाई को कोरोना के 120 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की तादाद 4100 के पार पहुंच चुकी है.