कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नए सिरे से देश के अलग-अलग शहरों में धारा-144, कर्फ्यू और लॉकडाउन की घोषणा की जा रही है. एक राज्य से दूसरे राज्य जाने पर कोविड नेगेटिव रिपोर्ट की मांग की जा रही है. इस बची सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने साफ कर दिया है कि सरकार डमेस्टिक एयर सर्विस पर रोक लगाने के बारे में सोच भी नहीं रही है. उन्होंने कहा कि सरकार एयर सर्विस को और ज्यादा खोलने पर विचार कर रही है.
पुरी ने कहा कि पिछले साल कोरोना के कारण मार्च में फ्लाइट सर्विस बंद कर दी गई थी. करीब दो महीने बाद 25 मई 2020 को दोबारा इसे शुरू किया गया. हमारी कोशिश थी कि 1 अप्रैल से सारे एयरलाइन 100 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भरते लेकिन कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद इसमें कुछ देरी हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 60 हजार नए मामले सामने आ चुके हैं.
हरदीप सिंह ने साफ-साफ कहा कि अगर फिर से कोरोना के मामले बढ़ नहीं रहे होते तो हमारी योजना के मुताबिक समर सीजन में 1 अप्रैल से 100 फीसदी क्षमता के साथ विमान उड़ान भरते. वर्तमान में सभी एयरलाइन 80 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भर रहे हैं. फरवरी 2021 में भारत के डमेस्टिक एयर ट्रैफिक में सालाना आधार पर 37 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
इससे पहले 19 मार्च को सरकार ने हवाई किराया में कम से कम 5 फीसदी इजाफा का फैसला किया था. उससे पहले फरवरी में सरकार ने प्राइस बैंड को 10 से 30 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया था. उस समय मिनिमम किराए में 10 फीसदी और मैक्सिमम किराए में 30 फीसदी का इजाफा किया गया था. पिछली बार प्राइस बैंड में मिनिमम किराए को 5 फीसदी बढ़ाया गया है. यह अप्रैल के अंत तक लागू रहेगा.
ATF यानी हवाई जहाज के ईंधन के दाम बढ़ने के कारण यह फैसला किया गया था. उस समय पुरी ने कहा था कि जिस दिन रोजाना आधार पर पैसेंजर की संख्या 35 लाख क्रॉस कर जाती है उस दिन एयरलाइन को 100 फीसदी क्षमता के साथ ऑपरेशन की इजाजत मिल जाएगी.