देश की राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों में बेड्स की संख्या को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को एक चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अस्पतालों में 300 आईसीयू बेड सहित कुल 1092 बेड्स बढ़ाने की मांग रखी है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी में डॉक्टर वीके पॉल समिति की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए लिखा है कि समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में 11909 मामले प्रतिदिन सामने आ सकते हैं, ऐसे में दिल्ली में 20604 बेड्स की जरूरत होगी. ऐसे में 1092 बेड्स बढ़ाने की मांग की गई है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार की ‘कोरोना एप’ के मुताबिक दिल्ली के तमाम अस्पतालों में कुल कोरोना बेड की संख्या 16508 है. बुधवार दोपहर 1 बजे तक दिल्ली में 8487 बेड पर मरीज भर्ती हैं, जबकि 8021 बेड अभी खाली हैं. वहीं, दिल्ली में वेंटिलेटर के साथ वाले आईसीयू बेड की कुल संख्या 1270 है, जिसमें से 1108 आईसीयू बेड पर मरीज भर्ती हैं.
इसके साथ ही कोविड-19 के बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड की कुल संख्या 2066 है, जिसमें से 1718 आईसीयू बेड पर मरीज भर्ती है, जबकि 348 आईसीयू बेड ही खाली हैं. दिल्ली सरकार के जीटीबी अस्पताल में कुल 128 आईसीयू बेड है, जबकि अब यहां एक भी आईसीयू बेड खाली नहीं है.
वहीं, अगर दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल एलएनजेपी में कुल 200 आईसीयू बेड है, जिसमें से अब 6 ही आईसीयू बेड खाली हैं. उधर, राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में भी कुल 200 आईसीयू बेड है, जिसमें 44 बेड खाली हैं. वहीं, दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में कुल 54 आईसीयू बेड है, जिनमें से सिर्फ 2 ही आईसीयू बेड खाली हैं. वहीं दिल्ली के एम्स ट्रॉमा में कुल 50 आईसीयू बेड है, लेकिन यहां भी अब सिर्फ 4 ही आईसीयू बेड मौजूद हैं.