कैरियाबाई देश हैती में बुधवार (15 नवंबर) को भारी हथियारों से लैस एक गिरोह ने एक अस्पताल को घेर लिया और लोगों को बंधक बना लिया। असपताल में महिलाएं, बच्चे और नवजात शिशु तब तक फंसे रहे जब तक कि पुलिस ने उन्हें बचा नहीं लिया। मेडिकल सेंटर के निदेशक ने सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगाई।
हैती की राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस में फॉनटेन अस्पताल सेंटर को उन गिरोहों के कब्जे वाले समुदाय में जीवन रेखा माना जाता है, जिन्होंने एक-दूसरे और आन निवासियों के खिलाफ तेजी से हिंसक हमले किए हैं। राजधानी की सोलेइल झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोगों के साथ नियमित रूप से दुष्कर्म किया जाता है, पीटा जाता है और उनकी हत्या कर दी जाती है।
टॉर्च जलाकर देख रहे थे बदमाश- अस्पताल संस्थापक
अस्पताल के संस्थापक और निदेशक, जोस उलीसे ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि गिरोह सदस्य अस्पताल के आसपास के घरों में टॉर्च जलाकर देख रहे थे और अंदर के लोगों को बाहर निकलने से रोक रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा था कि गिरोह का कोई भी सदस्य अस्पताल में दाखिल नहीं हुआ।
अस्पताल में 40 बच्चे सहित 70 मरीज भर्ती
जोस उलीसे ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि अस्पताल में 40 बच्चे सहित 70 मरीज भर्ती थे, जिनको बचाने के लिए हैती पुलिस के जवान तीन बख्तरबंद ट्रकों के साथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि नाजुक ढंग से निकाले गए लोगों में ऑक्सीजन लगाए बच्चे भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अब गिरोह पर पूरी तरह से नियंत्रण है।
ब्रुकलिन गिरोह में लगभग 200 सदस्य
यूलिसे बताया कि हमला करने वाले गेब्रियल जीन-पियरे के नेतृत्व वाले ब्रुकलिन गिरोह के सदस्य हैं, जिन्हें टी गेब्रियल के नाम से जाना जाता है। ब्रुकलिन गिरोह में लगभग 200 सदस्य हैं और ब्रुकलिन सहित साइट सोलेल के भीतर कुछ समुदायों को नियंत्रित करते हैं। संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, वे जबरन वसूली, खाने को लूटना, अपहरण और सामान्य हिंसा में शामिल हैं।