केंद्र सरकार को आंदोलनकारी किसानों के सब्र की और परीक्षा नहीं लेनी चाहिए : आप सांसद भगवंत मान

केंद्र सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर हुई पांचवें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही। इस आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का अड़ियल रवैया न केवल किसानों बल्कि देश के हर वर्ग के लिए घातक साबित होगा। भारत कृषि प्रधान देश है। यहां की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आंदोलनकारी किसानों के सब्र की और परीक्षा नहीं लेनी चाहिए।

मान ने कहा कि बैठक पर बैठक करने के पीछे केंद्र सरकार की नीयत साफ नहीं है। केंद्र सरकार को शायद यह गलतफहमी है कि मसला लटकाने और सर्दी बढ़ने के साथ किसानों का आंदोलन भी ढीला पड़ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं होगा। इसके विपरीत पूरे देश से किसान आंदोलन को और मजबूती मिलेगी।

भगवंत मान ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आठ दिसंबर को प्रस्तावित किसानों के भारत बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी के झंडे और राजनीतिक एजेंडे के बिना बंद में सहयोग देने को कहा है।

भगवंत मान ने कहा है कि कैप्टन और बादलों के फ्रेंडली मैच की पंजाब सजा भुगत रहा है। पंजाब की लूटी गई शान फिर बहाल करने के लिए सच्ची नीयत वाली सरकार की जरूरत है। मान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर को कहा कि आप 13 साल से अदालती मामलों का हवाला देकर किसको गुमराह करने की कोशिश कर रहे हो। 

सारा पंजाब जानता है कि आप सूबे की सत्ता हासिल करने के लिए 19 साल से फ्रेंडली मैच खेल रहे हो। भगवंत मान ने कहा कि यदि पंजाब के अंदर कोई साफ नीयत और नीतियों वाली भ्रष्टाचार मुक्त सरकार आई होती तो अंधाधुंध भ्रष्टाचार करने वाले कैप्टन और बादल परिवार सलाखें के पीछे होते। मान ने कहा कि सूबे को फिर खड़ा करने के लिए पंजाब का किसान, नौजवान, व्यापारी और कारोबारी वर्ग बेहद अहम योगदान दे सकता है।

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