वॉशिंगटन। कुलभूषण जाधव का मामले का अभी कोई हल नहीं निकल सका है। पाकिस्तान भारत की अपील पर भी ध्यान नहीं दे रहा है। भारत सरकार ने कई बार पाक से जाधव की फांसी के फैसले को बदलने को कहा है, लेकिन पाक सरकार है कि सुनने को तैयार नहीं है। अब इस मामले में जाधव के पक्ष में अमेरिका में रह रहे भारतीय अमेरिकी समुदाय भी जुट गया है। उसने ट्रंप प्रशासन को मामले में दखल देने की मांग वाली व्हाइट हाउस याचिका लांच की है। बता दें कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान ने जसूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। लेकिन भारत ने पाक की इस हरकत को गैरकानूनी औऱ गलत बताया है।
व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर वी द पीपुल पिटीशन में कहा गया है कि जाधव के खिलाफ लगाए गए आरोप कि वह भारत के लिए जासूसी कर रहा था, पूरी तरह से गलत और मनगढ़ंत हैं। ट्रंप प्रशसन इस पर कोई प्रतिक्रिया दे इसके लिए 14 मई तक इस पर एक लाख लोगों के हस्ताक्षर होने जरूरी हैं। बताया जा रहा है कि जाधव के मुद्दे को लेकर ट्रंप सरकार बड़ा फैसला ले सकती है।
इसमें आगे कहा गया है कि, इसको ध्यान में रखते हुए मैं उपयुक्त एंव सक्षम अधिकारियों से मामले में हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चत करने का अनुरोध करता हूं कि जाधव को उस काम के लिए दंडित नहीं किया जाए जो उसने कभी किया ही नहीं। इस याचिका में कहा गया है, भारत को कुलभूषण जाधव तक राजनयिक पहुंच नहीं देना स्पष्ट रूप से यह सिद्ध करता है कि जिन आरोपों पर जाधव को मौत की सजा सुनाई गई है वह पूरी तरह से गलत और मनगढ़ंत हैं।
पाकिस्तान को दी गई चेतावनी
इसमें आगे कहा गया है कि, इसको ध्यान में रखते हुए मैं उपयुक्त एंव सक्षम अधिकारियों से मामले में हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चत करने का अनुरोध करता हूं कि जाधव को उस काम के लिए दंडित नहीं किया जाए जो उसने कभी किया ही नहीं। गौरतलब है कि नौसेना के पूर्व अधिकारी को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने भारत के लिए जासूसी करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई है।