कृषि कानूनों के विरोध में आज रामराज (मुजफ्फरनगर) से शुरू होकर गाजीपुर बॉर्डर तक जाने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली स्थगित कर दी गई। रैले के स्थगित होने के बाद आने वाले संभावित लोगों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
बिजनौर सीमा पर भीमकुंड गंगा पुल पर एक प्लाटून पीएसी और लगभग 30 पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। गंगा में बने पीपे के पुल पर भी पुलिस के जवान तैनात किए गए। वहीं रामराज अनाज मंडी में ट्रैक्टर रैली को हरी झंडी दिखाकर राकेश टिकैत दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर के लिए वापस हो गए :-
रामराज के गुरुद्वारा साहिब से शुरू होकर नजीबाबाद, शाहजहांपुर, मुरादाबाद को होते हुए गाजीपुर बॉर्डर जाने वाली ट्रैक्टर रैली को स्थगित कर दिया गया। इससे पहले शुक्रवार को पूरे दिन ट्रैक्टर रैली की गतिविधियों को जानने के लिए एलआईयू भी लगा रहा।
हस्तिनापुर और मुजफ्फरनगर की सीमा पर संभावित आने वाले लोगों को रोकने के लिए 30 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलग क्षेत्र के गणेशपुर मखदुमपुर सहित अन्य कई स्थानों पर सैकड़ों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिससे क्षेत्र में रैली में शामिल होने वाले लोगों को रोका जा सके।
थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से निर्देश प्राप्त हुआ है कि रामराज से ऐसी कोई भी रैली का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इसके संबंध में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने थाना बहसूमा में लिखित में दिया है।
गुरुद्वारा प्रबंधक रामराज की ओर से रैली का आयोजन नहीं किया जा रहा है। देर रात तक थाना पुलिस क्षेत्र के लोगों से सोशल मीडिया पर और संपर्क कर अपील करती रही कि इस रैली में ट्रैक्टर लेकर न जाएं। रैली से किसी भी किसान संगठन का कोई संबंध नहीं है।
सीओ मवाना उदय प्रताप सिंह का कहना है कि सभी किसान संगठनों के पदाधिकारियों से बात की गई है। सभी ने रैली में शामिल होने से इनकार कर दिया है। गुरुद्वारा प्रबंधक रामराज ने भी अपनी भूमिका से इनकार किया। किसानों को गुमराह किया जा रहा है।
हालांकि रैली के संयोजक जसवीर विर्क का कहना है कि ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। रोड मैप तैयार किया जा चुका है। वहीं किसानों की ट्रैक्टर रैली को रोकने के लिए रामराज नहर पुल पर बहसूमा पुलिस भी तैनात है।
एक तरफ कई थानों की पुलिस एलआईयू इस रैली की गतिविधियों को जानने में लगे थे और रैली के स्थगित होने की पुष्टि कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर इस रैली का रोडमैप कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आने की सूचना पर पुलिस फोर्स अलर्ट हो गया। चौधरी राकेश टिकैत रामराज में अजान मंडी पहुंचे और ट्रैक्टर रैली को हरी झंडी देकर रवाना किया। इसके बाद राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर पर सवार होकर गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए।
वहीं डीएम के निर्देश पर ट्रैक्टर रैली को नहीं रोकने के दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं दबी जुबां से अधिकारी केवल मूकदर्शक बनकर पूरे मामले पर नजर बनाए रखने के दिशा निर्देश दे रहे हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि इस रैली का 21 दिन का कार्यक्रम है। यहां से शुरू होकर उत्तराखंड, पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई। यात्रा के दौरान कई बड़ी बैठकें भी होंगी। यह ट्रैक्टर रैली 27 मार्च को गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि इस रैली का मकसद सरकार को कृषि कानूनों के प्रति आगाह करना है। पश्चिमी यूपी में लगातार हो रही किसान महापंचायतों के बारे में उन्होंने कहा कि जो यह कहता है कि वह किसानों के साथ है, उसका किसान संगठन स्वागत करते हैं।
ट्रैक्टर रैली को रोके जाने के मामले पर उन्होंने कहा कि ये किसानों के ट्रैक्टर ही तो हैं प्रशासन ने क्या इन्हें पाकिस्तान के टैंक मान लिया हैं, जो इन्हें रोका जा रहा है। रैली एक ट्रायल है ताकि प्रशासन की मंशा का पता लगता रहे। उन्होंने कहा कि अगला प्रदर्शन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही होगा।