ट्रेनों के संचालन को लेकर इस पूरे रेल मार्ग की विशेष निगरानी की जा रही है, जिससे कि ट्रेनों का लगातार आवागमन होता रहे। विभागीय अधिकारियों को भी पूरी तरह से चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
किसान आंदोलन के कारण 13वें दिन भी ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। सोमवार को भी रेलवे ने 69 ट्रेनों को पूर्ण रूप से रद्द रखा। जबकि 107 ट्रेनों को बदले मार्ग से चलाया। 12 ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द करके पुन: संचालित किया।
अंबाला मंडल के रेल प्रबंधक मंदीप सिंह भाटिया ने बताया कि सोमवार तक 953 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। इस दौरान 187 ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द करके पुन: चलाया गया है जबकि 955 ट्रेनों को बदले मार्ग से संचालित किया गया है। इस कारण अभी तक 2095 ट्रेनें प्रभावित हो चुकी हैं। इसके अलावा 221 मालगाड़ियों का संचालन भी प्रभावित हुआ है। इस हिसाब से अभी तक 2316 ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो चुका है।
किसानों से हरियाणा और पंजाब सरकारें बात कर रही हैं, लेकिन अभी भी किसान अंबाला-लुधियाना रेल सेक्शन के शंभू रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए हैं। वहीं उन्होंने बताया कि कुछ ट्रेनों के रद्द होने से और बदले मार्ग से चलने के कारण पार्सल पर कुछ असर पड़ा है, लेकिन इन्हें भी जल्द क्लियर करने की योजना तैयार की गई है।
अभी ट्रेनों के संचालन की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि चंडीगढ़-साहनेवाल रेल खंड एकल है और इस पर उतनी ही ट्रेनें संचालित की जा सकती हैं, जितनी रेलवे ट्रैक की सीमा है।