हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस एक्शन में आ गई है. पार्टी ने 16 नवंबर को दिल्ली में महासचिव, सचिव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सीएलपी नेताओं की बैठक बुलाई है. इस बैठक में महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
कांग्रेस की तरफ से अभी इस बैठक का एजेंडा जाहिर नहीं किया गया है लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उस बैठक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा हो सकती है. इसके साथ ही जिन राज्यों में आने वाले कुछ महीनों में चुनाव हैं उन राज्यों में पार्टी की तैयारियों पर बातचीत की जा सकती है.
इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस दौरान महाराष्ट्र में सरकार गठन के फैसले को लेकर भी चर्चा हो सकती है. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस अपनी पार्टी लाइन से हटकर एक विकल्प पर काम कर रही है शायद यही वजह हो कि शीर्ष नेतृत्व इतने बड़े स्तर पर चर्चा करने के बाद किसी निष्कर्ष पर पहुंचना चाह रही है.
वहीं दूसरी ओर एक कयास संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर भी लगाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से शुरू होकर 13 दिसंबर तक चलेगा. कांग्रेस अपने इस बैठक में इस बात पर भी चर्चा कर सकती है कि मोदी सरकार को सदन में किन-किन मुद्दों पर घेरा जाना है. उम्मीद की जा रही है कि विपक्षी पार्टियां इस सत्र में कश्मीर में प्रतिबंध, मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में रखे जाने, आर्थिक सुस्ती और रोजगार में कमी जैसे मुद्दों से सरकार को घेरने की कोशिश कर सकती हैं.