सेक्स की लत को चिकित्सीय भाषा में “हाइपरसेक्सुएलिटी” या “हाइपरसेक्सुएलिटी संबंधी विकार” कहते हैं. इसमें व्यक्ति हमेशा सेक्स की कल्पनाएं करता है या कोई न कोई यौन सम्बन्धी व्यव्हार करता है. मरीज के लिए इन कल्पनाओं या व्यव्हार को नियंत्रित कर पाना बेहद मुश्किल होता है, जिसकी वजह से उसको कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं, जैसे कि स्वास्थ्य, नौकरी, रिश्तों और जिदंगी में नकारात्मक प्रभाव पड़ना.
सेक्स की लत में कई तरह की यौन गतिविधियां शामिल हो सकती हैं. हस्तमैथुन, एक से अधिक लोगों के साथ सेक्स, अश्लील साहित्य (पोर्नोग्राफी) पढ़ना और पैसे देकर सेक्स करने आदि जैसी गतिविधियां सेक्स की लत का हिस्सा होती हैं.
यौन सम्बन्धी व्यव्हार या आदतों को सेक्स की लत तब कहा जाता है, जब ये आदतें, आपके जीवन का एक बड़ा हिस्सा बन जाती हैं, आपके नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं. आपके और अन्य लोगों के लिए हानिकारक साबित होती हैं, इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए आपको आगे सेक्स की लत के लक्षण, सेक्स की लत के कारण, सेक्स की लत के इलाज और सेक्स की लत के बचाव के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है.
सेक्स की लत के लक्षण – मनोचिकित्सीय रूप से सेक्स की लत, धूम्रपान व शराब की लत की तरह ही होती है, जिसमें दिमाग का एक विशेष हिस्सा कार्य करता है. सेक्स की लत वाले लोग कई अन्य तरह की सेक्सुअल गतिविधियों के भी आदी हो जाते हैं. इस स्थिति को पता लगा पाना मुश्किल होता है. इसमें व्यक्ति को यौन संतुष्टि को पाने की बजाय यौन गतिविधि को ज्यादा पसंद करने लगता है. व्यक्ति का ध्यान संतुष्टी जगह पर गतिविधि पर ही केंद्रित हो जाता है.