मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को उनके हाथ की ट्रिगर फिंगर में शनिवार की सुबह दर्द की शिकायत हुई उसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया, वहां पर डाक्टरों की टीम ने उनकी उंगली का आपरेशन किया। उनकी उंगली में उठे दर्द के बाद ये सवाल उठने लगे कि आखिर ट्रिगर फिंगर में दर्द किन वजहों से होता है और उसका इलाज क्या है? किस उम्र के लोगों के हाथों में इस दर्द की शिकायत होती है और क्या होता है उसका इलाज।
ट्रिगर फिंगर क्या है?
ट्रिगर फिंगर में यदि किसी तरह का दर्द होता है तो ये स्थिति दर्दनाक होती है। इसको मोड़ने पर उंगलियां या अंगूठा अटक जाता है या जाम हो जाता है। अंगूठे के पास होने पर इसे ट्रिगर थंब भी कहा जाता है। आमतौर पर दाहिने हाथ की ट्रिगर फिंगर में दर्द की अधिक शिकायत रहती है। यह स्थिति तब होती है मांसपेशियों और हड्डियों को जोड़ने वाली जगह पर किसी तरह से सूजन आ जाती है और वो फूल जाते हैं। इसे स्टेनोसिंग टेनोसायनोविटिस या स्टेनोसिंग टेनोवेजिनोसिस भी कहा जाता है।
जांच और परीक्षण
ट्रिगर फिंगर में किसी तरह के दर्द की जांच परीक्षण के बाद ही सामने आ पाती है। आर्थोपेडिक सर्जन ही इस तरह की बीमारियों का पता लगा पाते हैं वो इसको देखकर ये बता देते हैं कि इसमें किस तरह का दर्द है।
क्या होते हैं ट्रिगर फिंगर में दर्द के लक्षण
– उंगलियों में जकड़न, खासकर सुबह के समय।
– अपनी उंगली को मोड़ते या हिलाते-डुलाते समय खटकने की आवाज होना।
– प्रभावित उंगली के निचले हिस्से में या जड़ में दर्द होना या वहां पर गांठ होना।
– मुड़ी हुई स्थिति में उंगली का अटका हुआ या जाम होना, जो एकाएक सीधी हो जाती है।
– मुड़ी हुई स्थिति में उंगली का जाम होना, जिसे सीधा करने में आप असमर्थ हों।
– अपनी उंगली को सीधा करते समय और मोड़ते समय दर्द होना।
– ट्रिगर फिंगर में दर्द किसी उंगली या अंगूठे के बार-बार जोर लगाकर उपयोग करने से होता है। आर्थराइटिस, गठिया, और मधुमेह आदि भी ट्रिगर फिंगर को उत्पन्न कर सकते हैं।
ट्रिगर फिंगर उंगली में दर्द से बचाव
अंगूठे और उंगलियों का अत्यधिक प्रयोग न करें। यदि आपका कार्य या शौक ऐसा है जिसमें हाथ की गति का दोहराव होता है, तो जोड़ों पर दबाव को कम करने के लिए बीच-बीच में विराम लें।
दर्द होने पर डॉक्टर को दिखाएं
– डॉक्टर से संपर्क करें यदि सीधी या मुड़ी हुई स्थिति में कोई उंगली या अंगूठा जाम हो जाता है। दूसरे हाथ की सहायता के बिना उंगली को सीधा करने में असमर्थ हो जाते हैं। उंगली की जड़ के आसपास पीड़ा, गांठ या उभार का होना। गति के साथ खटकने या चटकने की आवाज होना। जिस उंगली में दर्द हो रहा है वो जकड़ जाती है।
किन लोगों को किस उम्र में हो सकती है बीमारी
– ये आमतौर पर 40 और 60 की उम्र के बीच के लोगों को होता है।
– यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है।
– स्वास्थ्य की स्थिति: मधुमेह, गाउट और रुमेटीइड गठिया के कारण ट्रिगर उंगली में परेशानी हो सकती है।
ट्रिगर फिंगर के दर्द का ट्रीटमेंट
ट्रिगर फिंगर में यदि समस्या बड़ी हो गई है तो आपको उसका ट्रीटमेंट कराना ही होगा। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके लक्षण कितने गंभीर हैं। उंगली या अंगूठे को न हिलाने की कोशिश करें। आपको उस गतिविधि से समय निकालने की आवश्यकता हो सकती है जो समस्या पैदा कर रही है। यदि आप नहीं छोड़ सकते, तो आप गद्देदार दस्ताने आज़मा सकते हैं।
ट्रिगर फिंगर के लिए सर्जरी
यदि आपकी ट्रिगर फिंगर में बीमारी के गंभीर लक्षण हैं तो आपको ध्यान देने की जरूरत है। यदि आप इस बीमारी को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं तो भविष्य में ये आपको नुकसान पहुंचा सकती है। यदि दर्द हो रहा है तो आप ड़ाक्टर से तुरंत सलाह लें। वो जैसी सलाह दें उस हिसाब से तुरंत काम करें। सर्जरी करवाएं या जो भी उचित इलाज हो वो करें।