बीएमसी घूस विवाद में फंसे कॉमेडिन कपिल शर्मा ने अभी तक घूसखोर अफसर का नाम नहीं बताया है. बीएमसी और प्रशासन उन पर नाम जाहिर करने का दबाव बना रहा है, वहीं इस बीच उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से मिलने का समय मांगा है.
कॉमेडी किंग कपिल शर्मा ने शनिवार को बंबई नगरपालिका पर 5 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर सियासी दुनिया में बवाल मचा दिया. बयान पर बीजेपी और शिवसेना जहां जंग के मूड में है, वहीं शर्मा ने शनिवार को ही शाम ढलते-ढलते इस ओर सफाई भी दी. शर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि वह सिर्फ भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं और उनका बयान किसी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं है.
‘सिर्फ भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई आवाज’
कपिल शर्मा ने ट्वीट में कहा, ‘मैंने सिर्फ उस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है, जिसका मैंने सामना किया है. मैं बीजेपी, एमएनएस, शिवसेना या किसी राजनीतिक पार्टी को इसके लिए दोषी नहीं ठहरा रहा.’ बीएमसी ने भी कपिल पर अवैध निर्माण का आरोप लगाकर पलटवार किया है. बीएमसी के मुताबिक, मुंबई वेस्ट इलाके में कपिल के ऑफिस का अवैध तरीके से निर्माण का काम चल रहा है. यही नहीं, 16 जुलाई को नोटिस भेजने के बाद भी कपिल ने निर्माण का काम जारी रखा है. बाद में चार अगस्त को बीएमसी ने अवैध निर्माण गिरा दिया.
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने भी कपिल शर्मा से घूस मामले की संबंधित अधिकारियों को पूरी जानकारी देने के लिए कहा है. सीएम ने विवाद सामने आते ही ट्वीट करके कहा कि कपिल भाई के मामले की जानकारी दें. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
पीएम से पूछा- यही हैं अच्छे दिन
अपनी बिंदास कॉमेडी से दर्शकों के पेट में दर्द लाने वाले स्टेंडअप कॉमेडियन कपिल शर्मा ने शनिवार सुबह 5 बजकर 53 मिनट पर कपिल ने ट्वीट किया, ‘मैं पिछले पांच साल से 15 करोड़ रुपये टैक्स भर रहा हूं. इसके बावजूद अपना ऑफिस बनाने के लिए मुझे बीएमसी को 5 लाख की घूस देनी होगी.’ बाद में इस ट्वीट को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए एक और ट्वीट किया, ‘क्या ये हैं अच्छे दिन?’
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एमएनएस ने कपिल शर्मा से मामले में माफी मांगने को कहा है और धमकी दी है कि वह उनके शो की शूटिंग नहीं होने देंगे. जबकि शिवसेना ने मांग की कि शर्मा पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए.