पंजाब का अमृतसर बॉर्डर इलाका है। यहां श्री हरमंदिर साहिब, दुर्ग्याणा मंदिर, राम तीर्थ, अटारी बॉर्डर को पर्यटक देख सकते है। इसी के साथ यहां से जम्मू कश्मीर और हिमाचल के अलग अलग इलाकों में घूमने जाया जा सकता हे। कई जगह तो पर्यटक रात तक घूमकर अमृतसर वापस भी आ सकते हैं।
कड़ाके की ठंड के बीच जनवरी के अंतिम सप्ताह के अंत में तीन अवकाश इकट्ठा आने से अमृतसर में पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। भीषण सर्दी में श्री हरमंदिर साहिब के दर्शन करने के साथ-साथ अटारी बॉर्डर पर गणतंत्र दिवस पर विशेष रिट्रीट कार्यक्रम देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह दिखा।
अमृतसर से लोगों को हिमाचल व जम्मू कश्मीर जाने में भी सुगमता होती है। यही कारण है कि इस बार वीकएंड में पर्यटकों ने अमृतसर का रुख किया। 26 से लेकर 28 जनवरी तक शहर के सभी होटल फुल हैं।
दो लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचे
पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि इन तीन दिनों में दो लाख से ज्यादा पर्यटक अमृतसर पहुंच चुके हैं। अमृतसर होटल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतनाम सिंह कंडा कहते है कि तीन दिनों के लिए शहर को कोई भी होटल खाली नहीं है। अंदरूनी शहर और बाहर के भी सभी छोटे और बड़े होटल पिछले एक सप्ताह से पूरी तरह बुक है।
यहां तक कि श्री हरमंदिर साहिब की सभी सराय भी बुक हो चुकी हैं। श्री दुर्ग्याणा मंदिर के भी यात्री निवास बुक हैं।