केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को गूगल इंडिया को चेतावनी दी है कि भारत के डिजिटल नागरिकों का प्रयोग अविश्वसनीय एल्गोरिदम या एआई माडल के साथ नहीं किया जाना चाहिए। उनकी चेतावनी गूगल के जेमिनी एआई (Gemini Ai) टूल को लेकर आए उस बयान के बाद आया है, जिसमें कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि हमने इस मुद्दे को हल करने के लिए तेजी से काम किया है।
हमेशा विश्वसनीय नहीं हो सकता चैटबॉट
जेमिनी को रचनात्मकता और उत्पादकता उपकरण के रूप में बनाया गया है और वर्तमान घटनाओं और राजनीतिक विषयों के बारे में कुछ संकेतों का जवाब देने में चैटबाट हमेशा विश्वसनीय नहीं हो सकता। प्रवक्ता ने कहा कि यह कुछ ऐसा है जिस पर हम लगातार सुधार करने पर काम कर रहे हैं।
कानूनी दायित्व इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफार्म पर
गूगल के जवाब पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सुरक्षा और विश्वास बनाए रखने का कानूनी दायित्व इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफार्म पर है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह पहले भी कहा है और मैं गूगल इंडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए दोहराता हूं कि हमारे डिजिटल नागरिकों को अविश्वसनीय प्लेटफार्म, एल्गोरिदम और मॉडल के साथ प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। क्षमा करें, यह अविश्वसनीयता कानून से छूट नहीं देता।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य विदेशी हस्तियों के संबंध में पूछे गए सवाल के जेमिनी की ओर से दिए गए जवाब को एक यूजर ने दुर्भावनापूर्ण बताया था और इसकी शिकायत की थी। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री से जुड़े सवाल पर जेमिनी की प्रतिक्रिया को लेकर शुक्रवार को कहा था कि आईटी नियमों के साथ-साथ यह आपराधिक संहिता के कई प्रावधानों का सीधा उल्लंघन है।