जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के जाने को लेकर विवाद थम नहीं रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई नेताओं ने दीपिका की फिल्म छपाक का बॉयकाट करने की अपील की है. इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह लोकतंत्र है, कोई कहीं भी जा सकता है.
जावड़ेकर ने कहा कि देश में कही भी हिंसा हो, उसकी निंदा करते हैं. विश्वविद्यालय में जहां सब लोग पढ़ने जाते हैं, वहां हिंसा का कोई स्थान नहीं है. जेएनयू में जो छात्रों का रजिस्ट्रेशन हो रहा था, उसे कुछ संगठन रोक रहे हैं. ये उनका काम नहीं है. नकाबपोश बेनकाब होंगे.
जेएनयू में हिंसा के शिकार हुए छात्रों से मिलने मंगलवार रात दीपिका पादुकोण जेएनयू कैंपस पहुंची थीं. यहां पहुंचकर उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष से मुलाकात की. रविवार 5 जनवरी की रात नकाबपोश हमलावरों ने आइशी घोष को पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया था. दिल्ली पुलिस ने जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर आइशी घोष के खिलाफ मंगलवार को एक एफआईआर भी दर्ज कराई है.
दीपिका पादुकोण मंगलवार रात आइशी घोष और अन्य चोटिल छात्रों के प्रति अपना समर्थन जताने जेएनयू पहुंची थीं. इस दौरान दीपिका पादुकोण ने छात्रसंघ के पदाधिकारियों से भी मुलाकात की और जख्मी छात्रों का हाल जाना. दीपिका पादुकोण छात्रसंघ की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हुईं. इस दौरान जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी वहां मौजूद थे.
दीपिका पादुकोण के इस कदम से ट्विटर यूजर्स के एक वर्ग में नाराजगी है, जिसकी वजह से दीपिका की आगामी फिल्म ‘छपाक’ का वे बहिष्कार कर रहे हैं. आइशी घोष से दीपिका की मुलाकात के बाद ट्विटर पर हैशटैगदीपिकापादुकोण 34.8 हजार ट्वीट के साथ ट्रेंड कर रहा है. एक यूजर ने लिखा, “बॉलीवुड स्टार दीपिका पादुकोण छात्रों का समर्थन करने के लिए जेएनयू में आईं. वह ग्राउंड जीरो पर हैं, यह जानने के बाद कि उन्हें आरडब्ल्यू के गुंडों का सामना करना पड़ सकता है, जो दो दिनों में रिलीज होने वाली उनकी फिल्म का बहिष्कार करने का प्रयास करेंगे. आमतौर पर राजनीतिक मुद्दों पर चुप रहने वाली दीपिका का यहां आना बहुत बड़ी बात है.”