नई दिल्ली| शायद ही दुनिया की कोई लड़की खूबसूरत न होना चाहे। फिल्मी दुनिया में तो खुदा की इस देन के दम पर ही काम मिलता है। खूबसूरती के साथ अगर टैलेंट का दम दिखा तो एक्ट्रेस की किस्मत चमकने में ज्यादा समय नहीं लगाता। लेकिन शायद ही आपने कहीं सुना होगा कि किसी को खूबसूरत होने की सजा भी मिल सकती है। जी हां, एक ऐसा ही वाकया सामने आया है। जहां एक बहुत सेक्सी एक्ट्रेस पर बैन लगा दिया गया है।
सेक्सी एक्ट्रेस पर बैन…
कैंबोडिया की 24 साल की बेपनाह खूबसूरत एक्ट्रेस डेनी क्वॉन पर फिल्मों में काम करने से रोक लगा दिया गया है। इस अभिनेत्री पर फिल्मों में काम करने पर सिर्फ इसलिए प्रतिबंध लगाया गया है क्योंकि वो बहुत सेक्सी हैं। देश की कल्चर व फाइन आर्ट्स मिनिस्ट्री ने देश की कला पर नकारात्मक प्रभाव डालने का आरोप लगाते हुए ये बैन लगाया है।
दरअसल, उनके देश की कल्चर व फाइन आर्ट्स मिनिस्ट्री के साथ उनका एक सेशन था जिसमें फैसला किया गया कि उन्होंने मंत्रालय की आचार संहिता का उल्लंघन किया है। मंत्रालय की आचार संहिता का उद्देश्य ‘देश के संरक्षण, कला निर्वाह, संस्कृति, परंपरा और अस्मिता का प्रचार करना’ और ‘परंपरा व कला पर पड़ने वाले किसी भी नकारात्मक प्रभाव को रोकना’ है।
इस बात पर डेनी क्वॉन ने कहा कि “फिल्मों में उनके द्वारा निभाए गए इरॉटिक रोल्स (कामुक भूमिकाएं) अन्य अभिनेत्रियों से अलग नहीं हैं”। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा, ‘कैंबोडिया में कई सेक्सी आर्टिस्ट हैं। कई तो मुझसे ज्यादा किसिंग और इरॉटिक सीन करती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अपना अधिकार जानती हूं कि मुझे कपड़े कैसे पहनने चाहिए। लेकिन हमारा कल्चर, कैंबोडिया के लोग इसे स्वीकार नहीं कर सकते।’
सेक्सी एक्ट्रेस पर 12 महीनों तक बैन…
आचार संहिता का हवाला देते हुए डेनी पर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। अब वह 12 महीनों तक फिल्म के लिए कैमरा के आगे नहीं आ पाएंगी। कैंबोडिया के जेंडर ऐंड डिवेलपमेंट ग्रुप ने मंत्रालय के इस फैसले की आलोचना की है। उसका कहना है कि मंत्रालय का यह फैसला नैतिक और कानूनी दोनों ही आधार पर गलत है। ग्रुप की एग्जिक्युटिव डायरेक्टर रोज सोफीप ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मंत्रालय को उनके (डेनी) साथ ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उनका अधिकार है और ऐसा कोई कानून या नीति नहीं है जो लोगों के पहनावे को किसी तरह से प्रतिबंधित करते हों।’
महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले एक और समूह की थीडा कुस ने मंत्रालय के फैसले को ‘भयावह’ बताया। उन्होंने कहा, ‘ऐसा केवल महिलाओं के साथ होता है और यह लिंग के आधार पर भेदभाव करना है।’
उधर मंत्रालय का कहना है कि उसने डेनी क्वॉन के साथ सही तरीके से व्यवहार किया है। डिसिप्लिनरी काउंसिल के चीफ चैमरोउन वैंता ने कहा कि डेनी को इसलिए सजा दी गई क्योंकि उन्होंने मई में मंत्रालय को दिए लिखित वादे (वचन) का उल्लंघन किया था जिसमें उन्होंने सेक्सी तरीके से कपड़े नहीं पहनने का वादा किया था। वहीं महिला मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने दलील दी कि पब्लिक फिगर होने की वजह से मिस क्वॉन जो चाहे वह पहनने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘उन्हें हमारी संस्कृति को लेकर सावधान रहना चाहिए।’
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