21 साल की उम्र में उन्होंने सेक्स वर्कर बनने का फैसला किया। सेक्स के बदले मिलें पैसे तो फिर कोई पीछे नहीं मुड़ता अपने किताब में मॉन्टेनग्रो ने लिखा है कि एक बार अगर आपको सेक्स के बदले पैसे मिलते हैं फिर आप पीछे नहीं मुड़ सकते। उन्होंने कहा कि उनके ग्राहकों में फेमस वकील राजनेता और म्यूजिसियन शामिल रहे। उन्होंने यह भी बताया कि जब 25 की उम्र में थी तो एक करोड़पति ग्राहक ने उन्हें कोकीन भी चखाया था।
10 हजार से ज्यादा मर्दों के साथ रातें गुजार चुकी ऑस्ट्रेलिया की एक सेक्स वर्कर इन दिनों किताब लिखने की वजह से सुर्खियों में है। अपने किताब में उन्होंने बताया है कि सेक्स वर्कर के पास आने वाले मर्द कैसी-कैसी सोच लेकर आते हैं। इतना ही नहीं उसने किताब में मर्दों की अलग-अलग डिमांड्स के बारे में भी बताया है। उसने बताया है कि बहुत सारे मर्द अच्छी बातचीत करने के लिए भी सेक्स वर्कर के पास आते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि कम उम्र की महिलाओं से वो अपने घर में ऐसी बातें नहीं कर पाते। किताब का नाम ‘द सीक्रेट टैबू’ है और इसे ग्वाइनेथ मॉन्टेनग्रो ने लिखा है। 39 वर्षीय ग्वाइनेथ मॉन्टेनग्रो ने 12 साल तक एडल्ट इंडस्ट्री में गुजारे हैं।
मॉन्टेनग्रो ने किताब में लिखा है कि सेक्स इंडस्ट्री में वित्तीय तौर से सफल कैसे हुआ जाए। महिला ने कहा है कि पुरुष हमेशा उसी चीज के लिए (सेक्स) नहीं आते, जैसा अन्य लोग सोचते हैं। मॉन्टेनग्रो ने कहा है कि पुरुष हमेशा कम उम्र की महिलाओं को चाहते हैं, यह बात सच नहीं है। उन्होंने लिखा कि एक सेक्स वर्कर के तौर पर किसी भी उम्र की महिला सफल हो सकती है। उन्होंने कहा है कि 30-40 से लेकर 80 साल तक की महिलाओं को उन्होंने इस पेशे में देखा है।
मुझे फ्लैट में ले जाकर सबसे पहले मेरी जींस उतारी फिर बोला-तुम तो वर्जिन…
मॉन्टेनग्रो की आलोचना भी हो रही है
कुछ लोग मॉन्टेनग्रो के इस किताब की आलोचना भी कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मॉन्टेनग्रो ने सेक्स वर्कर की लाइफ को ग्लैमर कर लिखा है। उन्होंने बताया कि कुछ मर्द सेक्स वर्कर्स के पास सिर्फ बात करने या फिर उनसे चिपक के सोने के लिए आते हैं। इसके लिए वो लाखों रुपए खर्च करने को तैयार हो जाते हैं।
देह व्यापार में खास शेप की बॉडी नहीं बल्कि…
मॉन्टेनग्रो ने किताब में लिखा है कि देह व्यापार के धंधे में किसी खास शेप की बॉडी होनी जरूरी नहीं है, बल्कि इस पेशे के लिए महिलाओं को अपनी नेचुरल बॉडी को लेकर अच्छी फीलिंग होनी चाहिए। कॉन्फिडेंस होना चाहिए। उन्होंने यह भी लिखा कि इस पेशे में महिलाओं को हमेशा ऐसे कपड़े पहनने की जरूरत नहीं है जिससे वह प्रॉस्टीट्यूट की तरह दिखे।
इसलिए लिखी किताब ताकि इस धंधे में सफल हो सकें महिलाएं
महिला ने कहा कि उन्होंने किताब इसलिए लिखी है ताकि महिलाएं सेक्स इंडस्ट्री में सफल हो सकें। ऐसा इसलिए क्योंकि इस पेशे में आने वाली काफी महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं होतीं। मॉन्टेनग्रो ने आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा- मुझे कैसे चुपचाप शांत बैठना चाहिए? मैं अपने अनुभव को लोगों से शेयर क्यों ना करूं? मॉन्टेनग्रो का हुआ था गैंगरेप जिसके बाद बनी सेक्स वर्कर मॉन्टेनग्रो ने अपने किताब में लिखा है कि जब उनकी उम्र 18 साल थी तब उनके साथ 8 लोगों ने गैंगरेप किया था। इस घटना के बाद उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई। उन्होंने किताब में लिखा है कि एक क्लब में उनके ड्रिंक में ड्रग्स मिला दिया गया था जिसके बाद उनसे गैंगरेप हुआ।
मॉन्टेनग्रो ने अपने किताब में लिखा है कि जब उनकी उम्र 18 साल थी तब उनके साथ 8 लोगों ने गैंगरेप किया था। इस घटना के बाद उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई। उन्होंने किताब में लिखा है कि एक क्लब में उनके ड्रिंक में ड्रग्स मिला दिया गया था जिसके बाद उनसे गैंगरेप हुआ। मॉन्टेनग्रो के मुताबिक 21 साल की उम्र में उन्होंने सेक्स वर्कर बनने का फैसला किया।