उत्तरकाशी में आए हिमस्खलन के बाद बागेश्वर जिले में तेज बरसात से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं बरसात के चलते ट्रैकिंग के लिए गए 108 ट्रैकर्स विभिन्न रूटों पर रुक गए हैं। प्रशासन ने मौसम सही होने के बाद सभी अपने गंतव्य को रवाना होने की सलाह दी है। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 159 ट्रैकर्स जनपद के विभिन्न स्थानों पर ट्रैकिंग पर गए थे।
इसमें से 51 ट्रैकर्स वापस लौट चुके हैं। जबकि 108 ट्रैकर्स अलग-अलग ट्रेकिंग रूट में सुरक्षित स्थानों में रुक गए हैं। जानकारी के अनुसार जीरो प्वाइंट में 15 ट्रैकर्स वहां स्थित सन्यासी बाबा की कुटिया में रुके हुए हैं। कठलिया में छह तथा खाती में 71 ट्रैकर्स रुके हैं। इसके अलावा मेंतोली में 16 ट्रैकर्स रुके हुए हैं। सभी ट्रैकर्स सुरक्षित हैं तथा मौसम सही होने का इंतजार कर रहे हैं।
हीरामणि ग्लेशियर से शिक्षकों का दल लौटा
बागेश्वर। हीरामणि ग्लेशियर गया जनपद के शिक्षकों का दल ट्रैकिंग पूरी कर वापस लौट गया है। दल ने लगभग 50 किमी की पैदल यात्रा के ट्रेक को तीन दिन में पूरा किया। हीरामणि ग्लेशियर 3500 मीटर उंचाई पर स्थित है।
अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच बंद
धौलादेवी ब्लॉक के दन्या समेत आसपास के क्षेत्रों में हो रही बारिश ने परेशानी बढ़ा दी है। शनिवार शाम करीब पांच बजे के आसपास अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच पर उखलगड़ के पास मलबा और बोल्डर आ गए थे, जिससे यातायात ठप पड़ गया था। हालांकि हाईवे पर जेसीबी भेजी गई है, समाचार लिखे जाने तक हाईवे खोला जा रहा था, देर रात हाईवे खोले जाने की संभावना है।
इधर, देर रात को जेसीबी ने हाईवे पर से मलबा हटा कर उसे खोल लिया। इस दौरान दो बार हाईवे पर फिर मलबा आया, जिसकारण देरी हुई। बीते गुरुवार देर शाम से बारिश का दौर जारी है। शनिवार को सुबह से ही शाम तक बारिश का सिलसिला जारी रहा। इस दौरान तेज बारिश के बाद अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी दरकने से उखलगड़ के पास सड़क पर मलबे के साथ ही बड़े-बड़े बोल्डर आ गए थे। इससे हाईवे पर यातायात ठप पड़ गया।
देखते ही देखते हाईवे के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई। वहां से गुजर रहे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सूचना मिलने पर प्रशासन की ओर से मौके में जेसीबी भेजकर मलबा हटाने का प्रयास शुरू हुआ। हालांकि देर शाम तक हाइवे में यातायात सुचारू नही हो सका है। दन्या थाना प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि हाईवे खेालने के लिए जेसीबी काम कर रही है, लगभग एक घंटे की बंदी के बाद वाहनों का संचालन शुरू हो गया, व्यवस्था बनाने के लिए मौके पर पुलिस तैनात है।
अल्मोड़ा में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
अल्मोड़ा में बीते गुरुवार से जारी बेमौसमी बारिश से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश ने लोगों की भी परेशानी बढ़ा दी है। बारिश के चलते लोग घरों के अंदर ही दुबकने को मजबूर हो गए हैं। अल्मोड़ा में अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अल्मोड़ा नगर में 25 एमएम बारिश की गई दर्ज : बीते 24 घंटों में शनिवार सुबह आठ बजे तक अल्मोड़ा में 25.6 मिमी, रानीखेत में 11.8, चौखुटिया में 12 , सोमेश्वर में 16 मिमी, भिकियासैंण में 9.5 मिमी, जागेश्वर 24.5 मिमी, ताकुला 20.5मिमी, मासी में 10.5 और भैसियाछाना में 6.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
फसलों को नुकसान
भिकियासैंण। दो दिन से हो रही लगातार बेमौसमी बारिश से भिकियासैंण में जनजीवन प्रभावित हुआ है। लगातार बारिश के चलते रामगंगा-गगास घाटी, ककलासौं पट्टी, विनायक क्षेत्र आदि जगहों पर गहत, भट, उड़द, सोयाबीन दालों की खड़ी फसल को खासा नुकसान हुआ है। काटी गयी हरी घास बेकार हो गयी है।
बाजार रहा सुनसान
चौखुटिया। लगातार हो रही बारिश से चौखुटिया में जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। वही, मुख्य बाजार में सुनसानी रही। व्यापारियों का कहना है कि शुक्रवार व शनिवार को गांवों से खरीदार बाजार में नहीं पहुंचे। बाजार एकदम सुनसान पड़ा है। वहीं स्थानीय स्तर पर यातायात भी सड़कों पर कम चला।