उत्तर भारत में मानसून के देरी से पहुंचने की भविष्यवाणी पहले ही की जा चुकी है. धीरे-धीरे कदमों से आगे बढ़ रहे मानसून से लग रहा था कि मैदानी इलाकों में कुछ दिनों बाद राहत मिलेगी. लेकिन चक्रवाती तूफान ‘वायु’ के चलते अब एक आशंका यह पैदा हो गई है कि कहीं यह मानसूनी बादल को ही न ले उड़े. अगर ऐसा हुआ तो उत्तर भारत में हाहाकार मच जाएगा. क्योंकि पूरे मैदानी इलाकों में किसान खेती-बाड़ी के लिए मानसून की बारिश पर ही निर्भर होते हैं.