क्या आप अपने चेहरे पर काफी ध्यान देते हैं? देखते तो होंगे लेकिन आप फिर भी ये जान नहीं पाएंगे कि आपके चेहरे के अंदर क्या है. कई लोग अपने चेहरे के प्रति काफी लापरवाह हैं? अगर हम आपसे कहें कि चाहे दोनों में आप कैसे भी तरह के व्यक्ति हों, आपका चेहरा सैंकड़ों कीड़ों का घर है तो? आप इस बात को सुनकर हैरान रह जायेंगे और तो और इस बात पर आप यकीन भी नहीं करेंगे. आज हम आपको ऐसा ही कुछ बताने जा रहे हैं .
दरअसल, 1842 में इस कीड़े की खोज पहली बार कान में जमा मैल में हुई थी. ये माइक्रोस्कोपिक जीव आठ पैरों के होते हैं और मकड़ियों के नजदीकी रिश्तेदार होते हैं. लेकिन अभी तक ये बात साफ नहीं थी कि ये इंसानों के चेहरे पर रहते हैं या नहीं. लेकिनआपको बता दें, अब साइंटिस्ट्स ने दावा किया है कि दो प्रजाति के माइक्रोस्कोपिक जीव इंसानों के चेहरे पर ही रहना पसंद करते हैं. इनका नाम डेमोडेक्स फोलीक्युलोरम और डी ब्रेविस है.
दोनों का शेप कीड़ों की तरह होता है और इनके काफी छोटे पैर होते हैं. लेकिन ये मकड़ियों के सबसे नजदीकी रिश्तेदार माने जाते हैं. इनमें डेमोडेक्स फोलीक्युलोरम जहां बालों और स्किन के पोर्स में रहते हैं वहीं डी ब्रेविस स्किन के अंदर रहते हैं. साइंटिस्ट्स का दावा है कि हर समय ये चेहरे आपके चेहरे पर रेंगते रहते हैं.