स्मार्टफोन का इस्तेमाल आज के समय में बहुत ज्यादा किया जाने लगा है। वैसे तो इससे काफी काम आसानी से किए जा सकते हैं। लेकिन स्मार्टफोन के कई नुकसान भी हैं। UN हेल्थ एजेंसी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि दुनियाभर में करीब 1 अरब से अधिक लोगों के कान स्मार्टफोन और ऑडियो डिवाइस का इस्तेमाल करने से खराब हो जाते हैं। इसके लिए UN ने नए सेफ्टी मापदंड का प्रस्ताव रखा था जिसके बाद WHO और इंटरनेशनल टेलिकॉम्युनिकेशन यूनियन ने ऑडियो सुनने वाले यूजर्स के लिए बाइंडिंग इंटरनेशनल स्टैंडर्ड यानी मापदंड जारी किए हैं।
युवाओं को है ज्यादा खतरा:
UN हेल्थ एजेंसी का कहना है कि 12 से 35 वर्ष के बीच के लोग स्मार्टफोन और ऑडियो डिवाइस का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं। इस वर्ग के करीब 1.1 अरब युवाओं पर कान खराब होने का खतरा बना हुई है। WHO चीफ Tedros Adhanom Ghebreyesus कहा कि इस बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है। साथ ही इससे बचने के तरीकों को भी लोग नहीं जानते हैं। उनके मुताबिक, कई युवाओं के कान तेज साउंड के चलते खराब हो चुके हैं। यह एक ऐसी बिमारी है जिसमें सुनने की क्षमता को वापस हासिल नहीं किया जा सकता है।
UN ने जो प्रस्ताव रखा है उसमें पैरेंटल कंट्रोल वॉल्यूम सिस्टम भी मौजूद है। इसके अलावा इन गाइडलाइन्स में एक ऐसी तकनीक की भी बात की गई है जिसमे यूजर की व्यक्तिगत प्रोफाइल तैयार की जाएगी। यहां इस बात की मॉनिटरिंग की जाएगी कि लोग अपने ऑडियो डिवाइस का कितना उपयोग करते हैं, फिर उन्हें यह बताया जाएगा कि वे कितने सुरक्षित हैं।